रुहेलखंड विश्वविद्यालय के 17 वें दीक्षा समारोह में पहुचीं राज्यपाल, फोटो में देखें झलकियां Bareilly News
महिला छात्रावास का उद्घाटन कर ती राज्यपाल आनंदी बाई पटेल साथ में स्वामी चिदानंद जी महाराज कुलपति प्रोफेसर अनिल शुक्ला
बरेली, जेएनएन : रुहेलखंड विश्वविद्यालय के 17वें दीक्षा समारोह में शामिल होने के लिए उत्तर प्रदेश की राज्यपाल तय कार्यक्रम के अनुसार सोमवार को त्रिशूल एयरबेस पहुंचीं। उन्हें कड़ी सुरक्षा में विश्वविद्यालय लाया गया।
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्य अतिथि परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती और कुलपति अनिल शुक्ल ने सबसे पहले केमिकल साइंस विभाग के सामने पौधारोपण किया।
रुहेलखंड विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के लिए पुलिस-प्रशासन कड़े सुरक्षा बंदोबस्त किए। छात्र-छात्राओं को प्रवेश से पहले सघन तलाशी ली गई। गेट नंबर तीन से सभी अतिथियों और छात्रों प्रवेश दिया गया। वहीं, गेट नंबर एक से वीवीआईपी को प्रवेश दिया गया।
इसके बाद नारियल फोड़कर गर्ल्स हास्टल, पांचाल म्यूजियम की वीथिका और केंद्रीय लाइब्रेरी में लगे लाइब्रेरी ऑटोमेशन साफ्टवेयर का उद्घाटन किया। साथ ही पेड़ों की छाव में बने गुरुकुल पंडाल का भी उद्धाटन किया।
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्य अतिथि स्वामी चिदानंद, छात्र-छात्राओं से खचाखच भरे पंडाल में पहुंचें, जहां छात्राओं ने हाथ जोड़कर स्वागत किया। मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्जवलन कर दीक्षा समारोह का शुभारंभ किया। राज्यपाल ने 85 टॉपर को गोल्ड मेडल और 20 को पीएचडी डिग्री और 380 छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की।
कुलपति प्रो. अनिल शुक्ल ने विश्वविद्यालय की प्रगति रिपोर्ट पढ़ते हुए कहा कि प्रांगण में जो अभिभावक बैठे हैं उनके चेहरे पर गर्व झलक रहा है। ज्योतिबा फूले ने हर तबके के लोगों की शिक्षा के लिए संघर्ष किया इसलिए विश्वविद्यालय ने 94 गॉव को गोद लेने का फैसला लिया है।
मुख्य अतिथि स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि देश का सौभाग्य है कि उनके पास सर्जनशील राज्यपाल है। छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आज आप नए भविष्य की और कदम रख रहे है। अपने कल्चर, नेचर और भविष्य का साथ लेकर चले। तीन संकल्प ले, पानी बचाए, पेड़ लगाए और सिंगल उसे प्लास्टिक का उपयोग न करें। राज्यपाल ने परिषदीय स्कूल के बच्चों को किया सम्मानित।
दीक्षा समारोह में यूनिवर्सिटी के विभिन्न संकायाध्यक्ष ने उपाधि प्राप्त करने वाले छात्रों को कुलपति के समक्ष प्रस्तुत किया। जिस पर कुलपति ने अपने पद में निहित अधिकार से उन्हें आजीवन उपाधि के योग्य करार दिया। राज्यपाल ने परिषदीय स्कूल के बच्चों को किया सम्मानित।
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि हमे भारत को टीबी मुक्त बनाना है। इसके लिए मैंने राजभवन से अभियान छेड़ा है। 21 बच्चों का गोद लिया है, उन्हें गुड़ और चना खिलाकर पोषित बनाएंगे। विश्वविद्यालय के पास 500 कॉलेज है यदि एक कॉलेज 1 गॉव को गोद ले तो 500 गॉव को गोद लिया जा सकता है। संकल्प ले कि मैं प्लास्टिक का उपयोग नहीं करूंगा या करूंगी। संकल्प ले कि आधा गिलास पानी ले। जिससे पानी बचा सके।
बता दें कि रुहेलखंड विवि के दीक्षांत समारोह में 5000 से अधिक छात्र छात्राएं, विश्वविद्यालय और डिग्री कॉलेजों के शिक्षक, प्राचार्य, एनसीसी, एनएसएस, के अलावा समाज के प्रबुद्ध लोगों को भी बुलाय गया है।