UP Election 2022 : राजनीति के पिच पर क्या हैट्रिक लगा सकेंगे बरेली मंडल के माननीय
UP Election 2022 उत्तर प्रदेश सहित देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरा टेस्ट मेच चल रहा है।राजनीति और क्रिकेट के इस काकटेल के बीच कई सियासतदार आगामी विस चुनाव में अपनी जीत की हैटिक लगाने की तैयारी में हैं।
बरेली, जेएनएन। UP Election 2022 : उत्तर प्रदेश सहित देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरा टेस्ट मेच चल रहा है। राजनीति और क्रिकेट के इस काकटेल के बीच कई सियासतदार आगामी विस चुनाव में अपनी जीत की हैटिक लगाने की तैयारी में हैं।हालांकि अभी तक कई दलों ने टिकट की घोषणा नहीं की है, लेकिन लगातार जीत रहे विधायकों को बदलने का जोखिम कोई भी पार्टी उठाए, ऐसा मुश्किल माना जा रहा है। ऐसे में लगातार तीसरी या इससे ज्यादा बार विधायक बनने की ओर इन राजनीतिक दिग्गजों ने अपने कदम बढ़ा दिए हैं।
शहर विधानसभा सीट
बरेली : डा. अरुण कुमार भी भाजपा की पारंपरिक सीट से पिछले दो विधान सभा चुनाव जीत चुके हैं। वर्ष 2012 में डा. अरुण ने सपा प्रत्याशी अनिल शर्मा को 27,062 वोटों से हटाया था। वहीं, वर्ष 2017 में हुए चुनाव में डा. अरुण कुमार ने कांग्रेस के प्रत्याशी प्रेम प्रकाश अग्रवाल को 28,711 वोट से शिकस्त दी। डा. अरुण को 1,15,270 औरं प्रकाश अग्रवाल महज 86,559 वोट ही हासिल कर पाए थे। हालांकि डा. अरुण कुमार को शहर विधान सभा सीट से अभी टिकट मिलने की औपचारिक घोषणा बाकी है।
बीसलपुर विधानसभा सीट
पीलीभीत : बीसलपुर सीट से भाजपा विधायक रामसरन वर्मा ने 2012 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी अनीस अहमद खां फूलबाबू को हटाया था।वर्मा को 1,03,480 और निकटतम प्रतिद्वंद्वी फूल बाबू को 62,502 वोट ही मिले थे।वर्ष 2017 में भाजपाई वर्मा ने फिर फूल बाबू को पराजित किया।इस बार वर्मा को 11,735 वोट, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी फूल बाबू को 55,664 वोट ही मिले।वर्ष 1991 में कल्याण सिंह सरकार में दुग्ध विकास विभाग के उप मंत्री थे। इस बार वह चुनावी हेटिक लगाने की तैयारी में हैं।
सहसवान विधानसभा सीट
बदायूं : सहसवान से छह बार विधायक रह चुके सपाई ओमकार सिंह यादव 1998 1999 और 2002 में हैटिक लगा चुके हैं। पिछले चुनाव में इन्होंने बसपा के अरशद अली और 2012 में बसपा के मीट हादी अली को हराया था। 2017 में ओमकार सिंह को 77,543 वोट जबकि बसपा के अरशद अली को 73,274 मत मिले। 2012 में ओमकार 72,946 वोट पाकर चुनाव जीते, वहीं बसपा के मीर हादी अली को 65,919 वोट मिले। ओमकार इस बाट बेटे बृजेश को उतारने के लिए टिकट दिलाने की जुगत में हैं।