भाजपा का मास्टर प्लान, जिनके कटने थे टिकट, उन्हे घोषित किया प्रत्याशी
UP Vidhansabha Chunav 2022 जिले में मौर्य बिरादरी का फैक्टर भाजपा के लिए उनकी प्लानिंग से ज्यादा वजनदार साबित हुआ। भोजीपुरा और बहेड़ी की सीटों पर प्रत्याशी बदलने के पार्टी नेताओं के प्रयास सफल नहीं हो पाए।
बरेली, जेएनएन। UP Vidhansabha Chunav 2022 : जिले में मौर्य बिरादरी का फैक्टर भाजपा के लिए उनकी प्लानिंग से ज्यादा वजनदार साबित हुआ। भोजीपुरा और बहेड़ी की सीटों पर प्रत्याशी बदलने के पार्टी नेताओं के प्रयास सफल नहीं हो पाए। आखिरकार मंगलवार को भाजपा ने दोनों सीटों पर पुराने विधायकों को ही टिकट देकर सभी को संतुष्ट कर दिया। पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार के दिल्ली पहुंचने के दूसरे ही दिन भाजपा ने सूची जारी कर दी।
भारतीय जनता पार्टी ने 15 जनवरी को जिले की नौ विधानसभा सीटों में से सात पर प्रत्याशियों के नाम घोषित किए थे। सिर्फ भोजीपुरा और बहेड़ी की सीटों पर टिकट रोक दिए। दो सीटें रोकने पर तमाम कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि जागरण ने इसके पीछे की सच्चाई को काफी हद तक साफ कर दिया था। बताया था कि इन सीटों पर पुराने विधायकों को ही एक सीट से दूसरी सीट पर भेजने की योजना पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने बनाई है।
केंद्रीय स्तर पर इस बात की सूचना थी कि बहोरन लाल मौर्य का भोजीपुरा क्षेत्र में खासा विरोध है। कई ग्राम प्रधान पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार के आवास पर आकर उनकी खिलाफत कर चुके थे। वही, दूसरी ओर शीर्ष स्तर पर इसका भी इल्म था कि अगर प्रत्याशी को हटाते हैं तो मौर्य बिरादरी का रूठना तय है। वह भी उस वक्त जब कि मौर्य समाज के एक बड़े नेता भाजपा को छोड़कर जा चुके हैं।
इन बातों को ध्यान में रखते हुए बहोरन लाल को बहेड़ी से और छत्रपाल गंगवार को भोजीपुरा से टिकट देने की योजना बनाई जा रही थी। सूत्र बताते हैं कि इसके लिए छत्रपाल गंगवार राजी नहीं हुए, इस कारण दो सीटें खाली छोड़ी गई। सोमवार को केंद्रीय स्तर से संतोष गंगवार को दिल्ली बुलाकर इस विषय पर चर्चा की गई। इसके बाद मंगलवार को दोनों को उनकी पुरानी विधानसभा सीटों यानी बहोरन लाल मौर्य को भोजीपुरा और छत्रपाल गंगवार को बहेड़ी से टिकट दे दिया गया। दोनों पिछली बार चुनाव जीते थे।