बरेली में मकान खाली करने को 30 नवंबर तक का अल्टीमेटम
इंडियन टर्पेंटाइन एंड रोजिन कंपनी (आइटीआर) के पूर्व कर्मचारियों को मकान खाली करने के लिए 30 नवंबर तक का अल्टीमेटम दिया गया है। 30 को आवासों की बिजली-पानी काट दी जाएगी। पूर्व कर्मचारियों को दूसरी जगह शिफ्ट होने के लिए कहा गया है। वहीं कर्मचारियों ने बरेली प्रशासन के खिलाफ कोर्ट की शरण ली है और सुनवाई का इंतजार कर रहे हैं।
बरेली, जेएनएन : इंडियन टर्पेंटाइन एंड रोजिन कंपनी (आइटीआर) के पूर्व कर्मचारियों को मकान खाली करने के लिए 30 नवंबर तक का अल्टीमेटम दिया गया है। 30 को आवासों की बिजली-पानी काट दी जाएगी। पूर्व कर्मचारियों को दूसरी जगह शिफ्ट होने के लिए कहा गया है। वहीं कर्मचारियों ने बरेली प्रशासन के खिलाफ कोर्ट की शरण ली है और सुनवाई का इंतजार कर रहे हैं।
आइटीआर फैक्ट्री के बंगला नंबर 11 पर ईएसआइसी अस्पताल की मंजूरी के बाद आवास खाली कराए गए। कुछ परिवारों को आइटीआर कॉलोनी में शिफ्ट किया गया लेकिन वहां भी प्रशासन ने नोटिस चस्पा कर दिया कि 30 नवंबर तक आवासों को खाली कराया जाए। अब कॉलोनी में करीब 80 परिवार आसरा लिए हुए हैं जिन्हें कोर्ट की ओर से बकाया वेतन नहीं मिलने तक बिजली-पानी व आवास की सुविधा मुहैया कराई गई है।
पूर्व कर्मचारी जिला प्रशासन का यह फैसला मानने को तैयार नहीं हैं। वे बीते महीने ही कोर्ट चले गए थे। इस हफ्ते मामले की सुनवाई होनी है। कंपनी के पूर्व कर्मचारी चंद्रपाल साहू, वीर सिंह राज व पीसी पाठक कहते हैं कि हम प्रशासन के फैसले के खिलाफ कोर्ट गए हैं, जो निर्णय आएगा वहीं हमें मान्य होगा।
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आइटीआर ने 12 करोड़ बिजली बकाया चुकाया
जासं, बरेली : आइटीआर कंपनी ने 12 करोड़ रुपये का बिजली का बकाया प्रशासन के जरिये चुकता कर दिया। कमिश्नर रणवीर प्रसाद ने 12 करोड़ 11 लाख 78 हजार 715 रुपये का चेक बिजली विभाग के अधिकारियों को सौंप दिया।
कमिश्नर रणवीर प्रसाद के मुताबिक आइटीआर पहली बीमार कंपनी है। जिसने करोड़ो का बिजली बकाया चुकता किया है। कमिश्नर ने विद्युत विभाग के मुख्य अभियंता तारिक मतीन व अधिशासी अभियंता मुकेश कुमार को कार्यालय में चेक दिया। उन्होंने कहा कि अब कंपनी अपने पूर्व कर्मचारियों के बकाया भुगतान के लिए प्रयास कर रही है।