परीक्षा विभाग पर नहीं एतबार, प्रोफेसर बनाएंगे परीक्षक
ीएड की प्रयोगात्मक परीक्षा (प्रैक्टिकल) के लिए एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग ने जो परीक्षक तय किए थे। वे प्रशासन को नहीं सुहाए इसलिए परीक्षकों की सूची रद कर दी गई। -बीएड प्रैक्टिकल के परीक्षकों की सूची रद कर विभाग से ली जि
जेएनएन, बरेली : बीएड की प्रयोगात्मक परीक्षा (प्रैक्टिकल) के लिए एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग ने जो परीक्षक तय किए थे। वे प्रशासन को नहीं सुहाए, इसलिए परीक्षकों की सूची रद कर दी गई। इतना ही नहीं नए परीक्षक बनाने के लिए प्रशासन ने परीक्षा विभाग पर एतबार न करके बीएड के प्रोफेसर साहब पर भरोसा जताया है। अब प्रोफेसर प्रशासन की इच्छानुसार नए परीक्षकों की सूची तैयार करने में जुटे हैं।
बरेली-मुरादाबाद मंडल में बीएड के 137 कॉलेज हैं। इनमें प्रयोगात्मक परीक्षा के लिए परीक्षा विभाग ने परीक्षक तय किए थे। कॉलेजों को परीक्षकों की सूची भी उपलब्ध करा दी थी। विवि प्रशासन के एक आला अधिकारी सूची से नाखुश हुए। उन्होंने तत्काल इसे रद करने का निर्देश जारी किया। इसलिए क्योंकि इस सूची में उनके कई परिचित शिक्षकों को जगह नहीं मिली थी। खैर, अब यह काम प्रोफेसर साहब के जिम्मे हैं। सूत्रों के मुताबिक लोकसभा चुनाव तक परीक्षक तय हो जाएंगे। इसके बाद कॉलेजों को परीक्षकों की नई सूची भेज दी जाएगी।
दूसरे विवि के शिक्षकों का ख्याल
प्रैक्टिकल के लिए दूसरे विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर बाह्य परीक्षक के रूप में आते हैं। इनके आने-जाने का खर्च परीक्षा आयोजक विवि वहन करता है। सूत्रों के मुताबिक नई सूची में लखनऊ विवि समेत अन्य विवि के शिक्षकों को विशेष रूप से शामिल किया जाना है।
जुलाई में खिसक सकती परीक्षा
बीएड का प्रैक्टिकल देने वाले छात्रों को क्लास में पढ़ाना होता है। इसके लिए उन्हें इंटरमीडिएट कॉलेजों में जाना होता है। परीक्षक छात्रों के पढ़ाने के तौर-तरीके और विषय पर पकड़ के लिहाज से अंक देते हैं। अब समस्या यह है कि माध्यमिक विद्यालय दस मई के आस-पास से बंद होन जा रहे हैं। अगर इससे पहले प्रैक्टिकल संपन्न करा लिए गए तो ठीक, वरना यह परीक्षा प्रक्रिया जुलाई माह के लिए खिसक जाएगी। ऐसा हुआ तो बीएड का रिजल्ट भी अटक जाएगा। विवि प्रशासन के सामने दस मई से पहले प्रयोगात्मक परीक्षा संपन्न कराने की चुनौती बनी है।