एफसीआइ गोदाम पर खुले में खड़े ट्रक
बरेली : किसानों की मेहनत से उगाई गई गेहूं की उपज को प्रशासन ने जैसे-तैसे खरीद तो खरीद लिय
बरेली : किसानों की मेहनत से उगाई गई गेहूं की उपज को प्रशासन ने जैसे-तैसे खरीद तो खरीद लिया। अब उसे सुरक्षित करने में अफसरों को पसीने आ रहे हैं। परसाखेड़ा के भारतीय खाद्य निगम गोदाम के बाहर ट्रकों की कतार लगी है। पांच-पांच दिन से ट्रकों का बोरे उतराई का नंबर ही नहीं आ रहा। जबकि मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट भी जारी कर दिया। बारिश होते ही हजारों कुंतल गेहूं खराब होने की आशंका है।
एक लाख 39 हजार एमटी से ज्यादा खरीद
गेहूं की अच्छी फसल में सरकार ने इस बार एक लाख 39 हजार 200 मीट्रिक टन से ज्यादा गेहूं की खरीद की। इसके लिए पूरे जिले में 113 सेंटर खोले गए थे। सेंटरों की जिम्मेदारी वाली एजेंसियों को ही खरीद के बाद गेहूं भरे कट्टे भंडारण केंद्रों में भेजने थे। सरकरी खरीद 15 जून को खत्म हो गई। लेकिन, 12 दिन बाद भी खरीदा गया गेहूं खुले आसमान तले ही पड़ा है।
तिरपाल, प्लास्टिक लगाकर बारिश से बचा रहे चालक
परसाखेड़ा की रोड नंबर-एक और रोड नंबर पांच पर भारतीय खाद्य निगम के गोदाम हैं। रोड नंबर एक स्थित एफसीआइ के न्यू गोदाम के बाहर से लेकर रामपुर-बरेली रोड तक ट्रकों की लाइन लगी है। चार दिन में 95 ट्रकों से ही माल उतर सका है। यानी औसतन 22 से 25 ट्रक ही प्रतिदिन खाली हो पाते हैं। ट्रक चालक 22-23 जून से अपना नंबर आने के इंतजार में खड़े हैं। बादल उमड़ने और कड़कने पर इनके दिल में भी बिजली कौंध उठती है। तिरपाल और प्लास्टिक की शीट से गेहूं बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
चालकों की सुनिये
बदायूं से 22 जून को आए थे। सेंटर से सीधे माल लाए थे। नंबर तो पहले दिन ही मिल गया था, लेकिन यहां बाहर खडे-खड़े पांच दिन हो गए। बारिश आने पर तिरपाल टाइट करने भागना पड़ता है।
-राजेश कुमार, निवासी बदायूं 23 को जब आए थे उस दिन 100 नंबर मिला था। उसके बाद से अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। ट्रक छोड़कर भी नहीं जा सकते। यहीं पर आगे-पीछे के ट्रक वालों को बोलकर नहाने और खाना खाने जा पाते हैं।
-महावीर सिंह, ट्रक चालक, बरेली वर्जन..
गेहूं खरीद में कोई बड़ी गड़बड़ी होने दी गई। भंडारण में कमियों और माल बाहर ही ट्रकों में होने की जानकारी मिली है। इस पर आरएफसी से बात करूंगा। ट्रकों से जल्द से जल्द गेहूं गोदामों में सुरक्षित कराया जाएगा। -वीरेंद्र कुमार सिंह, डीएम