Negligence : बरेली-इंदौर एक्सप्रेस की लापता इस बोगी को खोजते रहे यात्री Bareilly News
रेलवे के कारनामे कम नहीं है। बुधवार को बरेली से बनकर चलने वाली बरेली-इंदौर एक्सप्रेस (14320) में बोगी संख्या एस-8 ही नहीं लगाई गई।
जेएनएन, बरेली : रेलवे के कारनामे कम नहीं है। बुधवार को बरेली से बनकर चलने वाली बरेली-इंदौर एक्सप्रेस (14320) में बोगी संख्या एस-8 ही नहीं लगाई गई। कर्मचारियों की इस बड़ी चूक का खामियाजा यात्रियों को उठाना पड़ा। आरक्षित टिकट लेकर यात्री दौड़ते रहे, लेकिन स्टाफ उनकी मदद नहीं कर सका। थक हारकर यात्री अन्य बोगियों में ही एडजस्ट हो गए। ट्रेन के अलीगढ़ स्टेशन पर पहुंचने के बाद यात्रियों ने हंगामा शुरू कर दिया।
बरेली-इंदौर साप्ताहिक एक्सप्रेस प्रत्येक बुधवार को पूर्वाह्न 11 बजकर 10 मिनट पर जंक्शन से रवाना होती है। यात्री निर्धारित समय पर जंक्शन पहुंचे, लेकिन कोच संख्या एस-8 ट्रेन में लगी ही नहीं थी। जिससे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। वहीं, यात्रियों की परेशानी इसलिए और भी बढ़ गई क्योंकि, कोच संख्या एस-9 के बाहर लगे बोर्ड पर कोच संख्या भी ठीक से नहीं पड़ा हुआ था।
जिससे गलतफहमी में कई यात्री कोच संख्या एस-9 को ही एस-8 समझकर उसमें चढ़ गए। जब कोच के अंदर पहुंचकर टीटीई से यात्रियों ने बर्थ दिलाने के लिए कहा। तब उन्हें पता चला कि वह कोच एस-9 था। जबकि एस-8 बोगी ट्रेन में लगी ही नहीं थी। कुछ यात्रियों ने बरेली स्टेशन के स्टाफ से शिकायत भी की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। ट्रेन को बिना एस-8 बोगी के ही रवाना कर दिया गया। थक हारकर यात्री भी दूसरे कोचों में चढ़ गए, लेकिन उनमें भी बैठने के लिए सीट नहीं मिली।
अलीगढ़ स्टेशन पर किया हंगामा
ट्रेन के अलीगढ़ स्टेशन पहुंचने पर गुस्साए यात्रियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। उनका कहना था कि जब किराया पूरा दिया है तो लंबी दूरी की यात्रा में दिक्कत क्यों झेले। ट्रेन को आगे नहीं जाने दिया गया। तब रेलवे अफसरों को सुध आई। लेकिन नई बोगी नहीं जोड़ी जा सकती थी इसलिए अन्य बोगियों में ही यात्रियों को किसी तरह एडजस्ट किया गया।
रेलमंत्री व डीआरएम को किए ट्वीट
मामले में गुस्साएं यात्रियों ने डीआरएम मुरादाबाद व रेलमंत्री को ट्वीट भी किए। ताकि सुनवाई हो सके। उनका कहना था कि कोच के बाहर लगे बोर्ड पर नंबर तक ठीक से नहीं पड़े थे। एस 9 पर संख्या ऐसी लिखी थी, जैसे एस-8 हो।
बोगी गायब नहीं होगी। तीन बोगी डैमेज हुई थी। उनकी मरम्मत के बाद ट्रेन में जोड़ी गई थी। हो सकता है कि बोगी के बाहर का बोर्ड गलत लगा हो। ट्रेन पूरी भेजी गई है।
-सत्यवीर सिंह, स्टेशन मास्टर बरेली जंक्शन