पंजाब एसटीएफ की दहशत से नगर पालिका की टीम को ताले में बंद कर भागा ट्रांसपोर्टर
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में पॉलीथिन जब्त करने पहुंची नगर पालिका की टीम को उस वक्त महंगा पड़ गया। जब पंजाब एसटीएफ की छापेमारी से दहशत में आया ट्रांसपोर्टर टीम को बंद कर भाग गया।
पीलीभीत, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में पॉलीथिन जब्त करने पहुंची नगर पालिका की टीम को उस वक्त महंगा पड़ गया। जब पंजाब एसटीएफ की छापेमारी से दहशत में आया ट्रांसपोर्टर नगर पालिका की टीम को बंद करके भाग गया। मामले की सूचना पर मौके पर पहुंचे सीओ सिटी ने जहां नगर पालिका की अधिशासी अभियंता निशा मिश्रा और उनकी टीम को बाहर निकाला। वही टीम की तहरीर पर ट्रांसपोर्टर और उसके बेटे पर नगर पालिका की टीम को बंधक बनाने का मामला दर्ज करते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है।
दरअसल यह वाक्या शहर के चुंगी माल गोदाम के पास स्थित एक ट्रांसपोर्ट कंपनी का है। जहां बुधवार को अचानक पंजाब एसटीएफ की टीम छापामारी करने पहुंची । नशीली दवाओं की तस्करी के सिलसिले में छापा मारने आई पंजाब एसटीएफ की टीम ने नशीली दवाओं से संबंधित छह नग बरामद कर लिए। जिसके बाद पंजाब एसटीएफ की टीम अन्य शहरों के लिए रवाना हो गई।
इसी दौरान उसी ट्रांसपोर्ट कंपनी में प्रतिबंध पॉलीथिन का स्टाक होने की सूचना पर नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी निशा मिश्रा ने अपनी टीम के साथ छापा मार दिया। अचानक एक के बाद एक छापा पड़ते देख ट्रांसपोर्टर दहशत में आ गया। जिसके बाद वह अपने पुत्र साथ मेन गेट पर ताला लगाकर भाग गया। जब तक टीम के सदस्य उससे कुछ कह पाते तब तक वह वहां से निकल गया। ट्रांसपोर्ट कंपनी के अंदर बंद हुई टीम भी सकते में आ गई। कंपनी के अंदर बंद हुई पालिका की टीम ने मामले की सूचना पुलिस को दी।
जानकारी मिलते ही आनन फानन में सीओ सिटी प्रवीण सिंह मलिक और सदर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक श्रीकांत द्विवेदी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। जिसके बाद उन्होंने ताला खुलवाकर पालिका टीम को बाहर निकाला । सीओ सिटी प्रवीण मलिक ने बताया कि ट्रांसपोर्टर और उसके पुत्र के खिलाफ पालिका टीम को बंधक बनाने का मुकदमा दर्ज किया जाएगा। मामले की सूचना पाकर सिटी मजिस्ट्रेट अरुण कुमार सिंह भी सदर कोतवाली पहुंचे। जिन्हाेंने मामले की पूरी जानकारी ली।