पीलीभीत के इस मार्ग से निकलना है तो सावधान रहें, कभी भी दिख सकता है बाघ, आज दिन में ही दिखा
Tiger seen on road in Pilibhit पीलीभीत के माधोटांडा क्षेत्र से निकलना है तो सावधान हो जाएं यहां कभी भी सड़क पर बाघ आ सकता है। बुधवार को बाघ को देखकर सड़क पर आवागमन कुछ देर के लिए रुक गया। वाहनों के पहिए थम गए।
पीलीभीत, जेएनएन। Tiger seen on road in Pilibhit : पीलीभीत के माधोटांडा क्षेत्र से निकलना है तो सावधान हो जाएं, यहां कभी भी सड़क पर बाघ आ सकता है। बुधवार को बाघ को देखकर सड़क पर आवागमन कुछ देर के लिए रुक गया। वाहनों के पहिए थम गए। क्षेत्र में सर्दी का प्रकोप बढ़ते ही बाघ के विचरण के मामले भी बढ़ जाते हैं। अक्सर बाघ सड़क के किनारे विचरण करते देखे जाते हैं। सड़क पर बाघ देखे जाने से ग्रामीण काफी दहशत में है।
माधोटांडा क्षेत्र के गांव डगा की मोड के पास बुधवार लगभग 11:30 बजे सड़क के किनारे एक बाघ को विचरण करते देख वाहनों के पहिए थम गए। दहशत में आए राहगीरों ने अपनी गाड़ियों को दोनों ओर रोक दिया। देखते ही देखते बाघ झाड़ियों की ओर चला गया। कुछ देर के बाद रोड पर आवागमन शुरू हो सका। ग्रामीणों के अनुसार इसी स्थान पर कई दिनों से बाघ विचरण कर रहा है। आने जाने वाले लोगों ने कई बार वाघ को इसी स्थान पर देखा।
चार दिन पूर्व यहीं पर एक गाय भी मृत अवस्था में पड़ी थी। ग्रामीणों का कहना है कि इस गाय को भी बाघ ने ही शिकार किया था। बाघ के विचरण से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। सर्दियों के मौसम में जंगलों से निकलकर अक्सर वाघ आबादी के निकट घूमते देखे जाते हैं। इस बार भी कई बार बाघ को आबादी के निकट देखा गया। तेंदुआ देखे जाने की घटनाएं तो प्रतिदिन हो रही हैं। रमनगरा, मझहारा, कटकबारा, मैनी गुलरिया, सिमरा समेत कई गांव ऐसे हैं, जो जंगल के किनारे बसे हुए हैं।
अक्सर तेंदुआ और बाघ इन गांवों में पल रहे पालतू जानवरों का शिकार कर लेते हैं। हाल ही में तेंदुए ने कई कुत्ते, बकरियों और गाय को अपना निवाला बना लिया। सामाजिक वानिकी के वन दारोगा अजमेर सिंह ने बताया कि अक्सर बाघ जंगल से बाहर निकल आते हैं । उनकी निगरानी के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं।