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बरेली में बढ़ा कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंंट का खतरा, ओमिक्रोन प्रभावित देशों से लौटे नौ लोगों में तीन लापता

Omicron in Bareilly ओमिक्रोन के बढ़ते कहर के बीच बरेली में इसके संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। क्योंकि गुरुवार को हाई रिस्क देशों से नौ यात्री लौटे हैं। जिनमें तीन यात्री लापता हैं। इन्होंने अपना नाम और पता गलत लिखाया है।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Sun, 02 Jan 2022 10:59 AM (IST)Updated: Sun, 02 Jan 2022 10:59 AM (IST)
बरेली में बढ़ा कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंंट का खतरा, ओमिक्रोन प्रभावित देशों से लौटे नौ लोगों में तीन लापता
कोविड-19 की जिला सर्विलांस टीम से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक 30 दिसंबर को 52 यात्री विदेश से लौटे।

बरेली, जेएनएन। Omicron in Bareilly : ओमिक्रोन के बढ़ते कहर के बीच बरेली में इसके संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। क्योंकि गुरुवार को हाई रिस्क देशों से नौ यात्री लौटे हैं। जिनमें तीन यात्री लापता हैं। इन्होंने अपना नाम और पता गलत लिखाया है। इन तीन यात्रियों के बारे में जानकारी नहीं जुटाई जा सकी है। कोविड-19 की जिला सर्विलांस टीम से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक 30 दिसंबर को 52 यात्री विदेश से लौटे।

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इसमें से सात यात्री अन्य जनपदों के थे, जिनके बारे में संबंधित जिलों की सर्विलांस टीम को अवगत करा दिया गया। वहीं, 42 यात्रियों के बारे में जानकारी जुटाई जा सकी। इसमें हाई रिस्क देशों में शामिल इटली, जर्मनी, सिंगापुर और यूनाइटेड किंगडम देशों से लौटे नौ यात्रियों में से बहेड़ी से चार, मुंशी नगर से दो, एकता नगर से एक, पुराना शहर से एक और ग्रीन पार्क से एक यात्री है। इनमें से पता और मोबाइल नंबर गलत लिखाने वाले तीन लोगों के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी।

आज भेजे जाएंगे जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए चार नमूने : कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ ही ओमिक्रोन का खतरा भी बढ़ने लगा है। नए साल में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए चार नमूने भेजे जाएंगे। यह सारे वे मरीज हैं, जो शुक्रवार को कोरोना संक्रमित पाए गए थे और जिनकी ट्रेवल हिस्ट्री दिल्ली और नोएडा की है। ऐसे में बरेली से छह नमूने अब सक्रिय कोरोना संक्रमितों के हो जाएंगे। ऐसे में कोरोना संक्रमण की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है।

इस बारे में कोविड-19 सर्विलांस टीम के प्रभारी डा. अनुराग गौतम ने बताया कि निजी लैब से होने वाले नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए कह दिया जाता है। इसके साथ ही सरकारी अस्पताल में ओमिक्रोन की आशंका के चलते ही जीनोम सीक्वेंसिंग जांच के लिए नमूने भेजे जाते हैं।

नौ दिन चले ढाई कोस, अब तक नहीं आई जीनोम सीक्वेंसिंग : यूनाइटेड किंगडम से आए छात्र की जीनोम सीक्वेंसिंग का सैंपल भेजे जाने के एक सप्ताह बाद तक रिपोर्ट नहीं आई है। ऐसे में संभावना है कि संक्रमित स्वस्थ होकर घर चला जाएगा और रिपोर्ट नौ दिन में ढाई कोस चलने की स्थिति में रहेगी। बरेली के कुर्मांचलनगर का निवासी युवक यूनाइटेड किंगडम के एडिनबरा में इंटरनेशनल बिजनेस में मास्टर्स डिग्री का छात्र है। 22 दिसंबर को वह यूनाइटेड किंगडम से आया था।

भारत में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आने के बाद उसका कोरोना परीक्षण कराया गया था, जिसमें उसकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई थी। इसके बाद गाजियाबाद जिले में कराए गए कोरोना टेस्ट में भी वह नेगेटिव पाया गया था। इसके बाद बरेली में हुए टेस्ट में वह कोरोना संक्रमित पाया गया था। इसके बाद उसका जांच नमूना 24 दिसंबर के बाद जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था, लेकिन अब तक उसकी जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट नहीं आई है।

तीन बार पाजिटिव आ चुकी रिपोर्टः एडिनबरा में इंटरनेशनल बिजनेस में मास्टर्स डिग्री के छात्र की कोरोना जांच बरेली में तीन बार कराई जा चुकी है। तीनों बार उसकी जांच रिपोर्ट पाजिटिव आई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. बलवीर सिंह ने बताया कि बरेली से जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेज दिए गए हैं। वहां से रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है। इससे ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता है।


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