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खराब बीज बेचने वाले करेंगे बर्बाद किसानों का फैसला, सत्यापन के लिए मांगी खरीदारों की सूची

गौरी ब्रांड बीज खरीदकर बर्बाद हुए सैकड़ों किसानों के सत्यापन का काम थम गया है। इसकी वजह यह है कि कृषि विभाग ने आरोपित बीज विक्रेताओं से बीज के खरीददार किसानों की सूची मांगी है। बीज विक्रेता अब कृषि विभाग को बताएंगे कि कितने किसानों ने गौरी ब्रांड बीज खरीदा।

By Ravi MishraEdited By: Published: Tue, 29 Sep 2020 07:20 PM (IST)Updated: Tue, 29 Sep 2020 07:20 PM (IST)
खराब बीज बेचने वाले करेंगे बर्बाद किसानों का फैसला, सत्यापन के लिए मांगी खरीदारों की सूची
खराब बीज बेचने वाले करेंगे बर्बाद किसानों का फैसला, सत्यापन के लिए मांगी खरीदारों की सूची

बदायूं, जेएनएन। गौरी ब्रांड बीज खरीदकर बर्बाद हुए सैकड़ों किसानों के सत्यापन का काम थम गया है। इसकी वजह यह है कि कृषि विभाग ने आरोपित बीज विक्रेताओं से बीज के खरीददार किसानों की सूची मांगी है। बीज विक्रेता ही अब कृषि विभाग को बताएंगे कि उनके यहां से कितने किसानों ने कितनी मात्रा में गौरी ब्रांड बीज खरीदा। वहीं, बर्बाद किसान प्रशासन से मुआवजे की आस लगाए बैठे हैं।

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महाराष्ट्र की कंपनी मैसर्स कीर्तिमान एग्रोजेनेटिक्स के गौरी ब्रांड धान बीज से जिले में तकरीबन सात सौ से ज्यादा किसानों की फसल में बाली में दाना नहीं निकला है। खराब बीज निकलने के मामले में चन्दौसी, बरेली, बिसौली और दातागंज के 14 बीज विक्रेताओं पर दातागंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज हो चुका है। किसान कार्यालय व पोर्टल पर करीब दो सौ किसानों ने शिकायतें भी दर्ज कराई है। वहीं, शुरूआत में कृषि विभाग ने बर्बाद किसानों के सत्यापन के लिए तहसील स्तर पर न्याय पंचायत कर्मचारी भी लगाए थे। मगर अभी तक सत्यापन का कार्य पूरा नहीं हो सका है।

इधर, दातागंज, बिसौली और फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र के आसफपुर में रोजाना किसान स्थानीय दुकानदारों से बीज खरीदने का दावा कर रहे है। मगर कृषि विभाग हाथ पर हाथ रखे बैठा हुआ है। कृषि विभाग ने बर्बाद किसान की सूची आरोपित बीज विक्रेताओं से मांगकर स्वयं को कठघरे में खड़ा कर लिया है। कृषि विभाग ने अारोपित बीज दुकानदारों से ही गौरी ब्रांड धान बीज को खरीदकर ले गए किसानों की सूची मांगी गई है। जिसके अाधार पर ही जिले के बर्बाद किसानों का सत्यापन हो सकेगा।

सीकरी की दुकान से तीन किलो बीज खरीदकर पांच बीघा खेत में बोओई की। फसल की लागत को ब्याज पर पैसे लिए थे। थोड़ी सी जमीन के सहारे ही परिवार का गुजारा चल रहा है। इस साल सब कुछ बर्बाद हो गया। मंगली, आसफपुर

बरेली के सुनील पाठक बीज भंडार से ही गांव के लोगों के साथ बीज लेकर अाए थे। सात किलो से दस बीघा की फसल बर्बाद हो गई। लोगों का कर्ज सिर पर है। मुअावजे मिले तो कर्ज उतारा जाए। रामकिशोर पाठक, आसफपुर

फैजगंज बेहटा के गांव सीकरी की दुकान से गौरी ब्रांड का बीज खरीदा था। फसल खराब होने पर दुकानदार से शिकायत की तो वह बदलसूकी करने लगा। एेसे में कहां किससे शिकायत करें। रामबाबू, आसफपुर

बरेली के सुनील पाठक बीज भंडार से 20 किलो गौरी ब्रांड बीज खरीदकर 25 बीघा खेत में बुअोई की। मगर बाली में एक भी दाना नहीं पड़ा। सिंचाई से लेकर बोओई पर की गई मेहनत पर पानी फिर गया है। कृष्णवीर मिश्रा, आसफपुर

डीलरों से गौरी ब्रांड बीज खरीदकर ले गए किसानों की सूची मांगी गई है। जिनके अाधार पर ही किसानों का सत्यापन किया जाएगा। फिलहाल में दो सौ किसानों की ही शिकायतें प्राप्त हुई हैं। विनोद कुमार, जिला कृषि अधिकारी


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