नीदरलैंड की तकनीक से खूबसूरत बनेगा बरेली का ये पार्क, जानिए क्या होगी खासियत
शहर से निकलने वाले कचरे व कबाड़ का इस्तेमाल नगर निगम के पार्को की दशा सुधारने के लिए किया जाएगा। नगर निगम नीदरलैंड की तकनीक का इस्तेमाल कर कबाड़ से आकर्षक वस्तुएं तैयार कराएगा। इससे पार्कों को सजाया जाएगा। पहले चरण में गांधी उद्यान से शुरुआत की गई है।
बरेली, जेएनएन। शहर से निकलने वाले कचरे व कबाड़ का इस्तेमाल नगर निगम के पार्को की दशा सुधारने के लिए किया जाएगा। नगर निगम नीदरलैंड की तकनीक का इस्तेमाल कर कबाड़ से आकर्षक वस्तुएं तैयार कराएगा। इससे पार्कों को सजाया जाएगा। पहले चरण में गांधी उद्यान से शुरुआत की गई है।
स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 में बेहतर स्थान पाने के लिए नगर निगम शहर को साफ-सुथरा बनाने की कवायद कर रहा है। शहरी कूड़ा कम करने और कूड़े में फेंकी गई वस्तुओं से सजावटी आइटम बनाने की जुगत लगाई जा रही है। इलेक्ट्रानिक्स के बेकार सामान, प्लास्टिक की बोतलें, टायर, नारियल का इस्तेमाल कर पार्कों को आकर्षक बनाने की कोशिश की जा रही है। इस काम के लिए नगर निगम के अधिकारियों ने नीदरलैंड का तरीका अपनाया है। गांधी उद्यान में कचरे व कबाड़ से आकर्षक सामान बनाकर पार्क को संवारा गया है।
कचरा बीनने वालों को भी जोड़ा
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि नगर निगम ने कूड़ा बीनने वालों को भी इस काम से जोड़ा है। यह लोग कूड़े से प्लास्टिक के पैकेट्स, बैग, ड्रम, कुर्सियां, ब्रश, दूध के पैकेट, टायर आदि सामान अलग कर रहे हैं। फिर इस कबाड़ को अलग करके इनकी मदद से पार्कों में झुले, बेंच, पौधों की सुरक्षा, फाउंटेन बनाए जा रहे हैं।
शहर से निकलने वाले कचरे, कबाड़ से पार्कों को संवारने का काम शुरू कर दिया है। शुरुआत गांधी उद्यान से की है। पार्क में बेंच, पौधे की सुरक्षा के लिए पुराने टायर, प्लास्टिक पर पेंट कर सजावट का सामान बनाया गया है। इससे कचरे का निस्तारण होगा और पार्क भी खूबसूरत लगेंगे। अभिषेक आनंद, नगर आयुक्त