थर्मल स्कैनिंग हुई, मास्क लगाया, तब दी बीएड परीक्षा
सबसे ज्यादा सेंटर रुहेलखंड विश्वविद्यालय और बरेली कॉलेज में रखे गए थे। इसलिए यहां भीड़ भी अधिक थी।
बरेली, जेएनएन। मुन्ना भाई यानी नकलचियों को पकड़ने के लिए सक्रिय रहने वाले प्रशासन और पुलिस के सामने शायद पहली बार अभ्यर्थियों के बीच शारीरिक दूरी बनाने, सैनिटाइज कराने और मुंह को ढककर बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा कराने की चुनौती थी। सुबह से ही सेक्टर मजिस्ट्रेट और क्षेत्राधिकारी परीक्षा केंद्रों पर मुस्तैद नजर आए। बरेली में रामपुर, कटरा, शाहजहांपुर, चंदौसी समेत आस-पास के जिलों से परीक्षा देने के लिए अभ्यर्थी पहुंचे। लेकिन बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी है। दो पालियों में हुई परीक्षा में कही भी नकलची पकड़े जाने की सूचना नहीं है।
सबसे ज्यादा सेंटर रुहेलखंड विश्वविद्यालय और बरेली कॉलेज में रखे गए थे। इसलिए यहां भीड़ भी अधिक थी। अभ्यर्थियों के बीच शारीरिक दूरी सेंटर के अंदर बनाए रखने के लिए लंबी कतारे लगवाई गई। कर्मचारियों ने थर्मल स्कैनिंग करके ही अभ्यर्थियों को अंदर भेजा। कई सेंटरों पर कमरों के अंदर भी थर्मल स्कैनिंग करवाई गई। तमाम तैयारियों के बावजूद खामिया रह गई। प्रशासन ने अभ्यर्थियों के बीच शारीरिक दूरी का ख्याल रखा, लेकिन सेंटरों के बाहर खड़े परिवार के लोगों के बीच शारीरिक दूरी बनाना मुश्किल हो गया।कहना मुश्किल है कि जो अभ्यर्थी परीक्षा देकर बाहर आए, क्या वो संक्रमण से बच सकेंगे।
अभ्यर्थी को चढ़ा बुखार तो मचा हड़कंप
प्रेमनगर के विष्णु इंटर कॉलेज में एक अभ्यर्थी के तेज बुखार चढ़ने के बाद हड़कंप मच गया। जल्द ही प्रशासकीय अधिकारियों को सूचना भेजी गई। उसकी परीक्षा रुकवा दी गई। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को तबीयत बिगड़ने की सूचना देने के साथ अभ्यर्थी को घर भेजा गया। उस कमरे को सैनिटाइज करवाया गया।
फोटो और फोटोकॉपी के लिए भटके
बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा देने के लिए पहुंचे अभ्यर्थियों को सेंटर पहुंचने के बाद बताया गया कि प्रवेशपत्र पर अपना पासपोर्ट साइज का फोटो लगाना है। इसके साथ ही प्रवेशपत्र की एक हार्डकॉपी देना होगी। इससे कई अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र में सीट पर बैठने के बाद सीट छोड़कर प्रवेश पत्र की फोटोस्टेट कराने के लिए दौड़ते रहे तो कई अभ्यर्थी प्रवेशपत्र पर अलग से फोटो लगाने के लिए फोटो बनवाने के लिए भटकते रहे। हालांकि इस दौरान फोटोस्टेट की दुकान बंद होने से दिक्कत हुई।
10 बजे तक प्रवेश की दौड़ लगाई अभ्यर्थियों ने
केंद्रों पर दो घंटा पहले अभ्यर्थियों को बुलाया गया। चंदौसी, रामपुर, कटरा, शाहजहांपुर, बीसलपुर से बरेली पहुंचे कई अभ्यर्थियों को देरी हुई। अभ्यर्थियों को सुबह 10 बजे तक केंद्रों पर दौड़ लगाते हुए देखा गया, जबकि परीक्षा नाै बजे ही शुरू हो गई थी। इसमें ड्यूटी पर तैनात स्टाफ मददगार रहा। अभ्यर्थियों को प्रवेश दिए गए।
मां की परीक्षा थी, पिता संभालते रहे बच्चा
कोरोना काल में भी लोगों ने खूब लापरवाही की। मां की बीएड परीक्षा के लिए उनके पति और बच्चे तक साथ आए। जोकि परीक्षा केंद्र के बाहर ही टहलते रहे। अधिकांश के अभिभावक साथ थे। जिनके बीच शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो सका। सुरक्षा के चलते पुलिस ने अभ्यर्थियों के साथ आए लोगों को केंद्र के अंदर नहीं रुकने दिया। सुबह जल्दी निकलने वाले यह परिजन नाश्ता साथ लाए। लेकिन सड़क पर ही खड़े होकर खाना पड़ा।
दिव्यांग अभ्यर्थियों में भी बीएड का क्रेज
बेहतर भविष्य के लिए दिव्यांग अभ्यर्थियों में भी बीएड का क्रेजी दिखाई दिया। दूसरे जिलों के अभ्यर्थियों को बरेली में सेंटरों पर परीक्षा देते हुए देखा गया। केंद्रों पर इन अभ्यर्थियों का पूरा सहयोग भी किया गया। जो दिव्यांग अभ्यर्थी केंद्र पर सीढ़ी चढ़ने में असमर्थ थे, उन्हें उनकी सुविधा की जगह ही पेपर सॉल्व करवाया गया। कई दिव्यांग एग्जाम रूम के बाहर बैठकर पेपर साल्व करते दिखे।
तलाशी छोड़, थर्मल स्क्रीनिंग कर एंट्री
केंद्रों पर अभ्यर्थियों की तलाशी से ज्यादा मास्क और थर्मल स्कैनिंग पर स्टाफ का ध्यान रहा। कई सेंटरों पर अभ्यर्थियों ने मास्क जेब में रखा हुआ था। उन्हें डांट के साथ अंदर भेजा गया। मास्क लगवाने के बाद थर्मल स्क्रीनिंग कर प्रवेश दिया, लेकिन तलाशी ज्यादा नहीं हुई।
खाने-पीने के लिए भटकते रहे
बंदी में परीक्षा करवाने के लिए प्रशासन ने सिर्फ वाहनों के आवाजाही की छूट दी। लेकिन दुकान खुलने की अनुमति नही दी। पहली पाली की परीक्षा होने के बाद परिजनों से मिले अभ्यर्थियों को छुटपुट खाने के लिए भटकते रहे। सेंटरों के पास कही-कही एक दो ठेला लगे थे।
लेट न हो, इसलिए रात में ही पहुंचे बरेली
शाहजहांपुर, कटरा से कई अभ्यर्थी शनिवार रात ही बरेली पहुंच गए। उन्हें रात बस अड्डे पर ही बितानी पड़ी। वहीं बंदी के बीच हो रही परीक्षा में शामिल होने के लिए नौ बजे की परीक्षा में दस बजे तक परीक्षार्थी पहुंचते रहे। उन्हें भी परीक्षा में शामिल होने का मौका दिया गया है। कंटेमेंट जोन में आ रहे परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थियों को आवागमन की पूरी छूट दी गई।