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बदायूं में स्वास्थ्य विभाग का कारनामा, 70 स्वीकृत पदों पर ले रहे थे 150 कर्मियों से काम, शासन ने बिठाई जांच, फंसे चार सीएमओ

बदायूं के स्वास्थ्य विभाग में स्वीकृत पद से अधिक संविदा कर्मचारियों की तैनाती कर भुगतान करने के मामले में तत्कालीन चार सीएमओ फंस गए हैं। शासन स्तर तक पहुंची शिकायत की एडी हेल्थ के स्तर से जांच की जा रही है। एक-एक करके सभी के बयान लिए जा रहे हैं

By Ravi MishraEdited By: Published: Thu, 22 Jul 2021 05:48 PM (IST)Updated: Thu, 22 Jul 2021 05:48 PM (IST)
बदायूं में स्वास्थ्य विभाग का कारनामा, 70  स्वीकृत पदों पर ले रहे थे 150 कर्मियों से काम, शासन ने बिठाई जांच, फंसे चार सीएमओ
बदायूं में स्वास्थ्य विभाग का कारनामा, 70 स्वीकृत पदों पर ले रहे थे 150 कर्मियों से काम

बरेली, जेएनएन।  बदायूं के स्वास्थ्य विभाग में स्वीकृत पद से अधिक संविदा कर्मचारियों की तैनाती कर भुगतान करने के मामले में तत्कालीन चार सीएमओ फंस गए हैं। शासन स्तर तक पहुंची शिकायत की एडी हेल्थ के स्तर से जांच की जा रही है। एक-एक करके सभी के बयान लिए जा रहे हैं, लेकिन एक-दूसरे के बयान में विरोधाभासी तथ्य सामने आ रहे हैं। एक तरफ भुगतान में हुई गड़बड़ी की जांच चल रही है तो दूसरी तरफ काम के बाद भी भुगतान न मिलने पर कर्मचारी लेबर कोर्ट की शरण में पहुंच गए हैं।

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मामला अवनि परिधि संस्था के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग में तैनात किए गए स्वास्थ्य कर्मियों से जुड़ा है। जिला मुख्यालय से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक संस्था के माध्यम से कर्मचारियों की तैनाती की गई थी। पूर्व में हुई शिकायत के बाद 48 कर्मियों को बाहर भी किया जा चुका है। स्वीकृत पद से अधिक कर्मियों की तैनाती कर भुगतान करने का मामला उलझ गया है।

जिले के गांवों में खुले पीएचसी, सीएचसी और उपकेंद्रों पर स्वास्थ्य कर्मियों की कमी पूरी कराने के लिए अवनि परिधि संस्था के माध्यम से नर्स, वार्ड ब्वाय, आया की तैनाती की गई। तत्कालीन सीएमओ डा.नेमी चंद्रा के समय में 150 कर्मियों की तैनाती की गई थी। उनके स्थानांतरण के बाद यहां आए तत्कालीन सीएमओ डा.आशाराम ने शासन से शिकायत की कि स्वीकृत 70 पदों के सापेक्ष 150 कर्मियों की तैनाती कर भुगतान किया गया है।

अभी जांच शुरू ही हुई थी कि उनका भी तबादला हो गया और डा.यशपाल सिंह नए सीएमओ आ गए। इनके कार्यकाल में भी छह महीने तक भुगतान होता रहा, उसके बाद उन्होंने 48 कर्मचारियों को छोड़कर दूसरे कर्मचारियों को निकालने का फरमान जारी कर दिया। जबिक 12 स्टाफ नर्स की विभागीय तैनाती हो जाने के कारण उन्हें पहले ही हटा दिया गया था। इस दौरान एसीएमओ डा.मंजीत सिंह भी प्रभारी सीएमओ रहे, इनके कार्यकाल में भी भुगतान होता रहा।

वर्तमान में नए सीएमओ डा.विक्रम सिंह तैनात हैं, लेकिन इनसे इसका कोई मतलब नहीं है। बताया जा रहा है कि अब तक हुई जांच में स्वीकृत पदों की स्थिति ही स्पष्ट नहीं हो सकी है। चारों सीएमओ के बयान हो जाने के बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी। इस बीच महीनों काम करने के बाद भी भुगतान न मिलने से दर्जनों संविदा कर्मचारी लेबर कोर्ट पहुंच गए हैं।

वर्जन ::

बदायूं में स्वास्थ्य विभाग में अवनि परिधि संस्था के माध्यम से संविदा पर कर्मचारियों की तैनाती प्रकरण की जांच की जा रही है। इस मामले में तत्कालीन चार सीएमओ आरोपित हैं। दो लोगों के बयान हो चुके हैं, अन्य लोगों को भी नोटिस जारी कर बुलाया है। जांच अभी चल रही है, जांच पूरी कर शासन को अपनी रिपोर्ट भेजेंगे।

- डा.एसपी अग्रवाल, एडी हेल्थ बरेली

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