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शाहजहांपुर से पीलीभीत के बीच ट्रेन से पहले चली टीएमटी दिसंबर से लोगों के लिए चलेगी ट्रेन

पूर्वोत्तर रेलवे लाइन पर पहली बार 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन चलने जा रही है। जिसका परीक्षण लखनऊ के संरक्षा आयुक्त मुख्य प्रशासनिक अधिकारी निर्माण व मंडल रेल प्रबंधक स्वयं करेंगे। लेकिन इससे पहले ट्रैक रिन्यूवल मशीन को शहबाजनगर तक भेजा गया है।

By Vivek BajpaiEdited By: Published: Fri, 30 Oct 2020 01:07 PM (IST)Updated: Fri, 30 Oct 2020 01:07 PM (IST)
शाहजहांपुर से पीलीभीत के बीच ट्रेन से पहले चली टीएमटी दिसंबर से लोगों के लिए चलेगी ट्रेन
ट्रैक रिन्यूवल मशीन को शहबाजनगर तक भेजा गया

शाहजहांपुर जेएनएन : पूर्वोत्तर रेलवे लाइन पर पहली बार 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन चलने जा रही है। जिसका परीक्षण लखनऊ के संरक्षा आयुक्त, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी निर्माण व मंडल रेल प्रबंधक स्वयं करेंगे। लेकिन इससे पहले टीएमटी (ट्रैक रिन्यूवल मशीन) को शहबाजनगर तक भेजा गया है। ताकि ट्रैक मेंटीनेंस में किसी तरह की कोई कमी न रह जाए। शाहजहांपुर से पीलीभीत तक 84 किमी रेल लाइन को ब्राडगेज में बदला गया है। पहले चरण में पीलीभीत से बीसलपुर तक काम पूरा कराया गया। जबकि दूसरे चरण में बीसलपुर से शाहजहांपुर तक रेल पटरी बिछाई गई। इस ट्रैक पर दिसंबर में ट्रेनों का संचालन प्रस्तावित है। ऐसे में लखनऊ के पूर्वोत्तर रेलवे के संरक्षा आयुक्त मोहम्मद लतीफ, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी निर्माण आरके यादव, डीआरएम आशुतोष पंत शुक्रवार को बीसलपुर से ढकिया तिवारी व एक नवंबर को ढकिया तिवारी से शहबाजनगर तक स्पेशल ट्रेन से गति का परीक्षण करेंगे। इसके बाद ब्राडगेज लाइन का उद्घाटन करने की तिथि भी तय की जाएगी। ट्रैक रिन्यूवल मशीन से किसी तरह का फाल्ट न मिलने का दावा किया जा रहा है।

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70 से 80 किमी प्रति घंटेे थी रफ्तार

शाहजहांपुर से पीलीभीत तक ट्रेन की गति 100 किमी प्रति घंटा रहेगी। जबकि इससे पहले महज 70 से 80 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेनें चलाई जा रही थी। संरक्षा आयुक्त की स्पेशल ट्रेन भी 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से परीक्षण करेगी।

इन कार्यों को भी कराया जा रहा पूरा

इलेक्ट्रिक से संबंधित कार्यों के अलावा स्लीपर के नीचे पत्थर की पैकिंग, अंडरपास पर टीनशेड डालने व रेल कर्मचारियों के आवास के अधूरे मेंटीनेंस पूरा कराने का काम भी तेज गति से चल रहा है।

31 मई 2018 को बंद हो गया था संचालन

शाहजहांपुर से पीलीभीत व टनकपुर तक चलने वाली ट्रेनों का संचालन 31 मई 2018 को बंद कर दिया गया था। तब से इस मार्ग पर सिर्फ रोडवेज व डग्गामार ही एक मात्र विकल्प है। ट्रेनों का संचालन शुरू होने से यात्रियों को काफी सहूलियत मिलने लगेगी।


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