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पीलीभीत में फिर बिगड़े हालात, शारदा नदी में दो लाख 60 हजार क्यूसेक पानी बढ़ा, कई घराें में घुसा पानी

पहाड़ीं क्षेत्रों में लगातार बारिश के चलते उत्तराखंड में स्थित बनबसा बैराज से दो लाख साठ हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद सोमवार को माधोटांडा क्षेत्र में शारदा नदी उफान पर आ गई। शारदा का विकराल रूप देखकर ग्रामीणों की धड़कनें बढ़ गई।

By Ravi MishraEdited By: Published: Mon, 30 Aug 2021 05:48 PM (IST)Updated: Mon, 30 Aug 2021 05:48 PM (IST)
पीलीभीत में फिर बिगड़े हालात, शारदा नदी में दो लाख 60 हजार क्यूसेक पानी बढ़ा, कई घराें में घुसा पानी
पीलीभीत में फिर बिगड़े हालात, शारदा नदी में दो लाख 60 हजार क्यूसेक पानी बढ़ा, कई घराें में घुसा पानी

बरेली, जेएनएन।  पहाड़ीं क्षेत्रों में लगातार बारिश के चलते उत्तराखंड में स्थित बनबसा बैराज से दो लाख साठ हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद सोमवार को माधोटांडा क्षेत्र में शारदा नदी उफान पर आ गई। शारदा का विकराल रूप देखकर ग्रामीणों की धड़कनें बढ़ गई। क्षेत्र में देखते ही देखते बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। कई घरों में पानी भर गया। ग्रामीणों की कई एकड़ फसलें भी बर्बाद हो गई है। इस बीच मौके पर पहुंचकर सिंचाई विभाग के अभियंताओं ने स्थिति का जायजा लिया। साथ ही ग्रामीणों को बाढ़ राहत कार्य कराने का आश्वासन दिया।

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सोमवार को माधोटांडा क्षेत्र में शारदा नदी में दो लाख साठ हज़ार क्यूसेक पहुंचने के बाद नदी उफान पर आ गई। बनबसा बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति बन गई है। देखते ही देखते नलडेंगा, रमनगरा और बुझिया में कई ग्रामीणों के घरों में पानी भर गया। शारदा नदी किनारे खड़ी फसलें पानी में डूब गई। घरों में रखे सामान को ग्रामीणों ने बचाने का प्रयास किया लेकिन घरों में रखा सामान भी पानी में जलमग्न हो गया। कई ग्रामीण अब सुरक्षित स्थानों पर अपना बसेरा बनाने का प्रयास कर रहे हैं।

1 माह पूर्व भी शारदा नदी ने अपना विकराल रूप दिखाया था। जिसके, चलते नदी ने काफी भू कटान भी किया था। इस बार फिर जल स्तर बढ़ने से ग्रामीणों की धड़कनें बढ़ गयी। जलस्तर कम होने के बाद एक बार फिर से भूटान का खतरा बढ़ गया। मौके पर सिंचाई विभाग के अभियंताओं ने स्थिति का जायजा लिया और ग्रामीणों को बाढ़ राहत कार्य कराने का आश्वासन दिया। शारदा सागर खंड के सहायक अभियंता राजकुमार ने बताया स्थिति सामान्य है। फिर भी जलस्तर को देखते हुए नजर रखी जा रही है।

अचानक पानी बढ़ने से हम लोगों के घरों में पानी भर गया। रहने के लिए फिर व्यवस्था नहीं है। घरो मे रखा सामान भी पानी घुसने से बेकार हो गया।- कार्तिक सरकार।

नदी ने फिर एक बार अपना विकराल रूप दिखा दिया। फसल भी बर्बाद कर दी। घर भी बाढ़ ग्रस्त हो गए प्रशासन को चाहिए कि हमारी तरफ ध्यान दें।- राजू सरकार।

एक माह पूर्व जल स्तर बढ़ने के बाद भी यही स्थिति बन गई थी तब भी प्रशासन द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया इस बार भी बाढ़ की स्थिति बन गई है।-रमेश सरकार।

अब नदी का जलस्तर कम होने के बाद फिर से कटान की स्थिति बन जाएगी सिंचाई विभाग को चाहिए यहां पर फिर से बाढ़ राहत कार्य करें जिससे भू कटान ना हो।- कौशल्या सरकार।


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