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बरेली में कोरोना संक्रमण की भयावह स्थिति ने इसकी कर दी बल्ले-बल्ले, जानें कौन है ये कैसे उसके लिए कोरोना वरदान साबित हो रहा

कोरोना संक्रमण अब भयावह स्थिति में पहुंच गया है। रोज इतने लोगों की जान जा रही कि सुनने पर दिल दहल जाता है। यही कोरोना बरेली में किसी के लिए वरदान साबित हो रहा है। संक्रमण के कारण बरेली की रबर फैक्ट्री में घूम रही बाघिन की बल्ले-बल्ले हो गई।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Sat, 24 Apr 2021 05:21 PM (IST)Updated: Sat, 24 Apr 2021 05:21 PM (IST)
बरेली में कोरोना संक्रमण की भयावह स्थिति ने इसकी कर दी बल्ले-बल्ले, जानें कौन है ये कैसे उसके लिए कोरोना वरदान साबित हो रहा
बाघिन को पकड़ने के लिए विशेषज्ञों की टीम ने कोरोना के कारण बरेली आने का कार्यक्रम निरस्त कर दिया है।

बरेली, जेएनएन। कोरोना का बढ़ता संक्रमण अब भयावह स्थिति में पहुंच गया है।संक्रमण के कारण रोज इतने लोगों की जान जा रही कि सुनने पर दिल दहल जाता है।लेकिन यही कोरोना बरेली में किसी के लिए वरदान साबित हो रहा है।चौंक गए न, लेकिन है बिल्कुल सही।कोरोना संक्रमण के कारण बरेली की रबर फैक्ट्री में घूम रही बाघिन की बल्ले-बल्ले हो गई।दरअसल बाघिन को पकड़ने के लिए विशेषज्ञों की टीम आने वाली थी, लेकिन कोरोना के कारण उसने बरेली आने का अपना कार्यक्रम निरस्त कर दिया है।

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बता दें कि 13 मार्च2020 से फतेहगंज पश्चिमी की बंद रबर फैक्ट्री में घूम रही बाघिन को पकड़ने के लिए कई बार ऑपरेशन चलाया गया। लेकिन अभी तक वह हाथ नहीं आयी है। धीरे-धीरे एक साल से अधिक समय होने के बाद भी बाघिन आराम से खुले में घूम रही है। बाघिन पकड़ने की जैसे ही तैयारी शुरू होती है। कोई न कोई दिक्कत या परेशानी सामने आ रही है। पहले फर्रूखाबाद में बाघ पकड़ने में टीम लग गई थी। इसके बाद गोरखपुर चिड़ियाघर में सभी विशेषज्ञों को लगा दिया गया। और अब कोरोना संक्रमण के चलते फिर से कार्यक्रम निरस्त हो गया है।

सेंसर कैमरों में हर मूवमेंट हो रहा कैद

बाघिन की लोकेशन व मूवमेंट की जानकारी के लिए फैक्ट्री परिसर में कुल 23 सेंसर कैमरें लगाए गए हैं। जिसमें बाघिन की लगातार फोटो आने के साथ मूवमेंट की वन विभाग को हो रही जानकारी।मुख्य वन संरक्षक ललित कुमार वर्मा ने बताया कि बाघिन के हर मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है। इसी माह कानपुर, लखनऊ व देहरादून से विशेषज्ञ आने थे, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते अभी फिलहाल ऑपरेशन रोक दिया गया है। स्थिति सही होते ही विशेषज्ञों की टीम बरेली आएगी। 

एक वर्ष में नहीं पहुंचाया किसी को नुकसान

एक वर्ष से अधिक समय से घूम रही बाघिन ने अभी तक किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है। इससे माना जा रहा है कि बाघिन केन टाइगर है। बाघिन को पकड़ने के लिए पिछली बार मई से जून तक कोरोना संक्रमण उसके बाद बारिश के चलते ऑपरेशन रोक दिया गया था।


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