पीलीभीत में इतना लुढ़क गया पारा कि ठंड में ठिठुरने लगे लोग, अलाव ही नजर आया एकमात्र सहारा
तराई के जिले में गुरुवार की रात तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। शुक्रवार की सुबह भी बेहद ठंडी रही। पिछले कई दिनों की तरह आसमान पर बादल और वातावरण में कोहरा छाया रहा। धूप नहीं खिलने और बर्फीली हवा चलने के कारण जनजीवन प्रभावित है।
बरेली, जेएनएन: इस बार जनवरी का महीना जाते जाते भी लोगों को कंपाए दे रहा है। तराई के जिले में गुरुवार की रात तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। शुक्रवार की सुबह भी बेहद ठंडी रही। पिछले कई दिनों की तरह आसमान पर बादल और वातावरण में कोहरा छाया रहा। धूप नहीं खिलने और बर्फीली हवा चलने के कारण जनजीवन प्रभावित है। सड़कों पर लोगो की आवाजाही कम होने के साथ बाजारों में भी सन्नाटा छाया हुआ है। लोग अलाव के सामने बैठे नजर आए।
इस बार तराई के जिले में जनवरी माह में भी दिसंबर जैसी शीतलहर बनी हुई है। मकर संक्रांति के बाद से ठंड का प्रकोप बढ़ गया। जनवरी का महीना जाते जाते भी तराई के लोगों को ठिठुरा रहा है। स्थिति यह है कि ठंड काफी अधिक होने के कारण बुजुर्ग अपने घरों में लिहाफ में वक्त गुजारते रहते हैं या आग के पास बैठे रहते हैं। शिक्षण संस्थाओं में अवकाश के चलते बच्चों को कुछ राहत मिली हुई है। राजकीय कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी डा. शैलेंद्र सिंह ढाका ने पंतनगर स्थित कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के हवाले से जानकारी दी कि तराई के इस जिले में गुरुवार की रात न्यूनतम तापमान घटकर 4.4 डिग्री सेल्सियस रह गया। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को पूरे दिन आसमान पर बादल और वातावरण में कोहरा बना रहेगा। अपराह्न ढाई-तीन बजे के आसपास कुछ देर के लिए धूप निकल सकती है लेकिन बर्फीली हवा के चलते ठंड से कोई विशेष राहत नहीं मिलेगी। इस माह के अंत तक मौसम का ऐसा ही मिजाज रहने का पूर्वानुमान है।