आदर्श जीवन जीने के लिए प्रेरित कर गया मंत्र... फोटो में देखें झलकियां Bareilly News
मंत्र एक ऐसा नाटक है जो आदर्श जीवने जीने के लिए प्रेरित करता है। कहानी की शुरूआत बुखार से पीडि़त बेटे पन्ना के इलाज के लिए बूढ़ा भगत डॉ. चड्ढा को बुलाने पहुंचता है।
बरेली, जेएनएन : भूल नहीं गया हूं। पन्ना की सूरत आंखों में फिर रही है। इस निर्दयी ने उसे एक नजर देखा तक नहीं। डॉ. चड्ढा भगवान नहीं थे कि उनके देख लेने से अमृत बरस जाता। वहीं बूढ़ा अपनी आहत घोषणाओं को काटता हुआ दौड़ा चला जा रहा था। और आखिर में आहत बूढ़े के 'मंत्र' से कैलाश का मृत शरीर जीवित हो उठता है।
संजय कम्युनिटी हॉल में चल रहे मुंशी प्रेमचंद स्मृति नाट्य समारोह में मंगलवार को एपिक थियेटर की ओर से नाटक मंत्र का मंचन हुआ। मंत्र एक ऐसा नाटक है जो आदर्श जीवने जीने के लिए प्रेरित करता है। कहानी की शुरूआत बुखार से पीडि़त बेटे पन्ना के इलाज के लिए बूढ़ा भगत, डॉ. चड्ढा को बुलाने पहुंचता है।
ये वो दिन थे जब हम आवारा कहलाए... मुंशी प्रेमचंद का नाटक किल्लोल : www.jagran.com/uttar-pradesh/bareilly-city-these-were-the-days-when-we-were-called-awara-now-see-photos-of-munshi-premchand-natya-samaroh-bareilly-news-19465072.html
निमंत्रण अस्वीकार कर डॉ. चड्ढ़ा गोल्फ खेलने चले जाते है और पन्ना की मौत हो जाती है। 20 वर्ष की तमाम घटनाओं के बाद एक दिन डॉ. चड्ढा के बेटेकैलाश को सांप काट लेता है। तमाम जतन असफल होने पर आखिर में वही बूढ़ा भगत अपने मंत्र से उसकी मदद करता है। डॉ. चड्ढा का हृदय परिवर्तन होता है और यही गांधीवादी अंत है।
सैट डिजाइन ने मोहा मन
शिल्पी गुप्ता के निर्देशन और कुमार संजय पागल के सैट डिजाइन ने दर्शकों का मन मोह लिया। हालांकि पुराने परिवेश में बॉलीवुड का तालमेल जरूर अखरा। नाटक में मोहित कुमार ने बूढ़े और अल्पना शर्मा ने बुढिय़ा के अंर्तमन के प्रतिद्वंदो को सादगी प्रस्तुत किया।
आज निकलेगी लॉटरी
मीडिया प्रभारी गौरव वर्मा ने बताया कि बुधवार को लॉटरी का मंचन होगा। इस दौरान डीएम वीरेंद्र कुमार, नीता सिंह, कुलभूषण शर्मा आदि मौजूद रहे।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप