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नाथ नगरी में सहेजी जाएगी लोक गायन की परंपरा, बरेली को होगा ये फायदा

अयोध्या में राममंदिर के भूमिपूजन के बाद राम रामायण जानकी और हनुमान के मंदिर लोक गायन परंपराएं और संस्कृति समेत सभी अस्तित्वों को संरक्षित करना शुरू किया है। लखनऊ में लौटे कमिश्नर रणवीर प्रसाद ने सामग्री संकलन के लिए सहायक आयुक्त ड्रग संजय कुमार को जिम्मेदारी सौंप दी है।

By Edited By: Published: Sat, 24 Oct 2020 03:47 AM (IST)Updated: Sat, 24 Oct 2020 03:48 AM (IST)
नाथ नगरी में सहेजी जाएगी लोक गायन की परंपरा, बरेली को होगा ये फायदा
नाथ नगरी में सहेजी जाएगी लोक गायन की परंपरा

बरेली, जेएनएन। अयोध्या में राममंदिर के भूमिपूजन के बाद राम, रामायण, जानकी और हनुमान के मंदिर, लोक गायन परंपराएं और संस्कृति समेत सभी अस्तित्वों को संरक्षित करना शुरू किया है। लखनऊ में बैठक से लौटने के बाद शुक्रवार को कमिश्नर रणवीर प्रसाद ने सामग्री संकलन के लिए सहायक आयुक्त ड्रग संजय कुमार को जिम्मेदारी सौंप दी है। जेसी पालीवाल समेत प्रबुद्ध लोगों के साथ सहायक आयुक्त ड्रग ने बैठक करके लंबी चर्चा की। उम्मीद बांधी जा रही है कि दस्तावेजों में राम और उनके जुड़ी सामग्री के संकलन के बाद पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में कदम उठेंगे।

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सरकार ऐसा करती है तो धार्मिक नगरी के रूप में स्थापित हो रही बरेली को फायदा होगा। यह प्रयास हमारी संस्कृति को संरक्षित करने के लिए होगा। तैयार हो रही पूरी रिपोर्ट शासन को भेजी जा रही है। रामगंगा नदी से लेकर मंदिरों का रिपोर्ट जिक्र - रामगंगा किनारे लेटे हनुमान से राधेश्याम कथावाचक का जिक्र इस रिपोर्ट में हो रहा है। - रामगंगा नदी का पौराणिक ग्रंथों में रथवाहिनी का उद्गम द्रोणागिरी के भटकोट और ब्रह्मपर्वत के बीच से है। भटकोट शिखर परशुराम की तपोभूमि होने से नदी का नाम रामगंगा पड़ा है। - रामगंगा नदी किनारे रामजानकी मंदिर में लेटे हुए हनुमान का सिद्ध मंदिर है।

ऐसे मंदिर पूरे देश में सिर्फ चार बताए जाते हैं। - बरेली में राम और हनुमान के सभी मंदिरों की जानकारी की रिपोर्ट तैयार हुई है। - नवरात्र और दशहरा तक चलने वाली सभी रामलीलाओं का जिक्र किया गया है। --- रिपोर्ट में यह जानकारी हो रही समाहित : स्थापत्य कला - रामजानकी मंदिर मूर्ति कला - टेराटोरा, काष्ठ धातु, पत्थर चित्रकला - लोक चित्र, आधुनिक, पारंपरिक रामलीला - मैदानी रामलीला, शौकिया रामलीला, मंचन रामलीला साहित्य - लोक साहित्य, लोक गीत, लोक परंपरा --- भूमिपूजन के बाद से बरेली समेत पूरे देश से इकट्ठा हो रही सामग्री पांच अगस्त को अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भूमि पूजन पर अयोध्या शोध संस्थान ने अयोध्या के प्रस्तावित मंदिर मॉडल पर डाक टिकट लांच किया था।

रामायण के विश्वभर में फैले दस्तावेज, सामग्री का संकलन करने वाली इस रामायण विश्वकोष परियोजना के लिए उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग की स्वायत्तशासी संस्था अयोध्या शोध संस्थान ने योजना को ग्लोबल इनसाइक्लोपिडिया ऑफ रामायण नाम दिया है। 200 खंड का प्रकाशन होना है।

राम और उनसे जुड़े साहित्य और सामग्री के संकलन के लिए सहायक आयुक्त ड्रग को नोडल अधिकारी नामित किया है। वह शहर के प्रबुद्ध लोगों के साथ विमर्श कर रहे हैं। - रणवीर प्रसाद, कमिश्नर बरेली मंडल

आज हमनें बैठक करके सामग्री संकलित की है। रामगंगा नदी, रामजानकी मंदिर, राधेश्याम कथावाचक के साथ यहां होने वाली रामलीलाओं के मंचन की जानकारियों इकट्ठा हो रही है। - संजय कुमार, सहायक आयुक्त, ड्रग


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