सादगी के साथ अदा की जाएगी उर्स ए गौसिया की रस्म
उर्स ए गौस ए आजम कमेटी के सचिव फराज मियां ने बताया कि इस बार चार रोजा उर्स परंपरा के मुताबिक न करके सादगी के साथ किला स्थित फूटा दरवाजा में मनाया जाएगा। कोविड गाइडलाइन का पालन किया जाएगा।
बरेली, जेएनएन। उर्स ए गौसिया की रस्म इस बार बेहद सादगी के साथ अदा की जाएगी। अकीदतमंदों से घरों पर रहकर इबादत व रस्में अदा करने की अपील की गई है। उर्स ए गौस ए आजम कमेटी के सचिव फराज मियां ने बताया कि इस बार चार रोजा उर्स परंपरा के मुताबिक न करके सादगी के साथ किला स्थित फूटा दरवाजा में मनाया जाएगा। कोविड गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। उर्से पाक गौसे पाक की रस्म एम हसीन हाशमी की सरपरस्ती में अदा होगी। बुधवार को बाद नमाजे फजर कुरआन ख्वानी बाद नमाजे ईशा मिलाद पाक, 26 नवंबर को बाद नमाजे फजर कुरआन ख्वानी बाद नमाजे ईशा नातिया मुशायरा, 27 नवंबर को तकरीरी रस्म, 28 नवंबर को देर रात 2:38 बजे पर हजरत शेख अब्दुल जीलानी बगदादी गौस ए आजम के कुल शरीफ की रस्म अदा की जाएगी। 29 नवंबर को दोपहर 2.38 बजे हजरत सय्यद मीर वतन रहमतुल्लाह अलेह के कुल शरीफ की रस्म अदा की जाएगी। सरपरस्त एम हसीन हाशमी ने कहा कि उर्स ए गौसिया मुबारक अकीदतमंद सादगी के साथ अदा करें और कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करें। मास्क लगाकर झंडे शरीफ में सलाम पेश करे और दुआ मांगे। भीड़भाड़ से बचें और शारीरिक दूरी बनाए रखें। उन्होंने घरों से ही उर्स और कुल शरीफ की रस्म अदा करने की अपील लोगों से की। जनसेवा मंच के पम्मी खान वारसी ने कहा कि शासन की गाइडलाइन का पालन किया जाए।