सारज की शहादत से यूपी में जवानाें का खाैल रहा खून, सीमा पर जाने के लिए कई तैयार, पढ़िए ये रिपाेर्ट
Saheed Saraj Singh यूपी में जवानों का खून खौल रहा है। वह सीमा पर जाने के लिए तैयार है। यह जोश सिर्फ युवाओं तक ही सीमित नही हैं। बल्कि गांव के लोगों में भी है उनका कहना है कि़...।
बरेली, जेएनएन। Saheed Saraj Singh : यूं ही नहीं अख्तियारपुर धौकल सैनिकों का गांव कहा जाता है। नमन है यहां कि माटी को। जहां एक सारज सिंह शहीद हुए तो कई अन्य तैयार हो रहे हैं। सारज की शहादत यहां के युवाओं के लिए प्रेरणा बन गई है। यूपी में जवानों का खून खौल रहा है। वह सीमा पर जाने के लिए तैयार है। यह जोश सिर्फ युवाओं तक ही सीमित नही हैं। बल्कि गांव के लोगों में भी है, उनका कहना है कि वे अपने बच्चों को सेना में भर्ती हाेने के लिए भेजेंगे। ताकि वे देश की रक्षा करें। अगर जरूरत पड़े तो अपने प्राणों की परवाह न करें। न सिर्फ अख्तियारपुर बल्कि इसके पास के गांव बरीबरा व अन्य में ग्रामीणों में भी यही भावना है। जहां युवा अब शहादत का बदला लेने के लिए कसमसा रहे है।
करीब छह महीने से सेना में भर्ती की तैयारी कर रहा हूं। मेरा लक्ष्य सिर्फ एक है सीमा पर दुश्मनों से मुकाबला करना। सारज सिंह ने इसे बलबती कर दिया है। मनजीत सिंह
देश की सेवा करना हमारा धर्म है हमारे यहां से कई लोग फौज में है। सारज सिंह ने अपना बलिदान दिया। हम उसे व्यर्थ नहीं जाने देंगे। सरनजीत सिंह
मेरे परिवार से तीन लोग सेना में नौकरी कर रहे हैं। मैं भी तैयारी कर रहा हूं। उम्मीद है कि जल्द ही चयन हो जाएगा।बलराज सिंह
सेना में भर्ती की तैयारी करते हुए चार महीने का समय बीत चुका है। जल्द भर्ती की उम्मीद है। सारज सिंह की शहादत का बदला लूंगा। हरप्रीत सिंह
सारज सिंह के शहीद होने का गम तो है, लेकिन हम लोगों को गर्व भी है कि उन्होंने दुश्मनों को पीठ नहीं दिखाई। वह प्रेरणास्रोत हैं सबके। तरसेम सिंह
मेरे दो भतीजे सेना में हैं। गांव के अन्य युवा भी तैयारी कर रहे हैं। सरकार को चाहिए कि जल्द भर्ती निकाले ताकि वे देशसेवा में जा सकें। परमजीत सिंह