बरेली में नहीं रुक रही एंबुलेंस चालकों की मनमानी, एंबुलेंस के ईएमटी ने तीमारदार से वसूले पांच हजार रुपये
Arbitrariness of ambulance drivers in Bareilly कोरोना काल के दौरान मरीजों की सेवा में जुटे लोग भी उनका उत्पीड़न करने से बाज नहीं आ रहे हैं। सरकारी एंबुलेंस (108) के एक इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) ने मरीज के तीमारदार से पांच हजार रुपये वसूल लिए।
बरेली, जेएनएन। Arbitrariness of ambulance drivers in Bareilly : कोरोना काल के दौरान मरीजों की सेवा में जुटे लोग भी उनका उत्पीड़न करने से बाज नहीं आ रहे हैं। सरकारी एंबुलेंस (108) के एक इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) ने मरीज के तीमारदार से पांच हजार रुपये वसूल लिए। महिला ने मामले की शिकायत मंडलीय अपर निदेशक एवं प्रमुख अधीक्षक (एडीएसआइसी) डा. सुबोध कुमार शर्मा से की। इस पर उन्होंने जांच की चेतावनी दी तो ईएमटी ने महिला को रुपये वापस कर दिए।
बहेड़ी निवासी वीरवती के पति राजेश की कुछ दिन पूर्व गांव के ही कुछ लोगों से ही मारपीट हो गई थी। मारपीट में राजेश गंभीर रूप से घायल हो गया। इस पर 25 मई को उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बीते रविवार को राजेश की हालत गंभीर होने पर डाक्टर ने उसे हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। इस पर स्वजनों ने 108 पर कॉल किया। तब एंबुलेंस नंबर यूपी 32 बीजी 8588 जिला अस्पताल पहुंची।
एंबुलेंस राजेश को लेकर लखनऊ केजीएमयू पहुंची। वहां वेंटिलेटर बेड खाली नहीं मिला। इस पर परिवार वालों ने एंबुलेंस के ईएमटी कुलदीप से बरेली वापस ले जाने को कहा। इस पर पहले तो कुलदीप ने प्राइवेट एंबुलेंस किराए पर करके लौट जाने को बोला। घरवालों ने गुजारिश की तो ईएमटी ने पांच हजार रुपये मांगे। मरीज की खराब हालत को देखते हुए राजेश की पत्नी ने अपने एक रिश्तेदार से कुलदीप के खाते में आनलाइन रकम ट्रांसफर करवा दी।
इसके बाद वह मरीज को बरेली ले आया। यहां पहुंचने के बाद राजेश की पत्नी ने एडीएसआइसी डा. सुबोध शर्मा से मामले की शिकायत की। इस पर एडीएसआइसी ने ईएमटी को बुलाकर कड़ी फटकार लगाई। जांच कर कार्रवाई की चेतावनी दो तो ईएमटी ने रुपये वापस कर दिए।
डॉ. सुबोध ने बताया कि जिला अस्पताल से हायर सेंटर भेजे गए मरीज की पत्नी ने ईएमटी पर पांच हजार रुपये लेने का आरोप लगाया है। महिला की शिकायत पर ईएमटी को बुलाकर रुपये वापस दिलवा दिए हैं। ईएमटी के खिलाफ कार्रवाई के लिए संबंधित कंपनी को पत्र भेजा जाएगा।