कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए बच्चों को सशक्त बनाएंगे शिक्षक, जानियेे कैसे
कोरोना की तीसरी लहर को बच्चों के लिए घातक बताया जा रहा है। ऐसे में बच्चों को इस महामारी से बचाया जा सके। इसके लिए सीबीएसइ यूपी बोर्ड व परिषदीय स्कूलों को निर्देशित किया गया है कि बच्चों को तीसरी लहर से लड़ने के लिए सशक्त बनाया जाए।
बरेली, जेएनएन। कोरोना की तीसरी लहर को बच्चों के लिए घातक बताया जा रहा है। ऐसे में बच्चों को इस महामारी से बचाया जा सके। इसके लिए सीबीएसइ, यूपी बोर्ड व परिषदीय स्कूलों को निर्देशित किया गया है कि बच्चों को तीसरी लहर से लड़ने के लिए सशक्त बनाया जाए। ताकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजाेर न हो और वे संक्रमण को मात दे सकें।
कोरोना संक्रमण के चलते स्कूल बंद हैं। ऐसे में बच्चे घर में रहते हुए तनाव का शिकार हो रहे हैं। लेकिन, अब बच्चों का तनाव दूर करने व उन्हें संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार किया जाएगा। ऐसे में शिक्षकों को तीन चरणों में बच्चों को आनलाइन योग और इंडोर खेल गतिविधियों से जोड़ना होगा। इस कड़ी में सबसे पहले सरकारी स्कूलों के बच्चों को जोड़ा जाएगा। इसके बाद प्राइवेट स्कूलों के बच्चों के लिए भी विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा। इसमें बच्चों को योग, ध्यान, प्रणायाम के साथ ही इंडोर खेल करवाए जाएंगे। साथ ही उन्हें डायट संबंधी महत्वपूर्ण टिप्स दिए जाएंगे।
अधिक समय से घर में रहने से बच्चों की न केवल शारीरिक गतिविधियां कम हुई हैं बल्कि उनमें नकारात्कता और चिड़चिड़ापन बढ़ा है। जो उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम करने लिए काफी है। जिला विद्यालय निरीक्षक डा. अमरकांत ने बताया कि सभी विद्यालयों में खेल व योग शिक्षक आनलाइन बच्चों को प्रशिक्षित करेंगे। इसकी शुरुआत के लिए डीआइओएस ने अगले सप्ताह से इसे शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
छात्रों के नाम में सुधार करने का अंतिम मौका : यूपी बोर्ड के परीक्षार्थियों के नामों की वर्तनी दुरुस्त करने के लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद ने 17 जून तक का समय निर्धारित किया है। ऐसे में अब माध्यमिक स्कूलों के प्रधानाचार्याें के पास गुरुवार तक ही परीक्षार्थियों के नामों में त्रुटि सुधार करने का मौका है। बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले कई परीक्षार्थियों के नामों में अक्सर गलती रह जाती है। जिसके सुधार के लिए छात्रों के साथ ही विभागीय कर्मचारियों को बार-बार बोर्ड के चक्कर लगाने पड़ते हैं। इससे बचने के लिए माध्यमिक शिक्षा सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने नामों में त्रुटि दुरुस्त करने के लिए प्रधानाचार्यों को एक अवसर दिया है।
इसके लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट 17 जून तक कार्यशील है। इसमें हिंदी व अंग्रेजी में अपलोड नामों में एकरूपता होनी चाहिए। अलग-अलग स्पेलिंग मान्य नहीं होंगी। जिला विद्यालय निरीक्षक डा. अमरकांत सिंह के अनुसार सभी माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को इसके लिए निर्देशित कर दिया गया है। बताया कि छात्रों के नामों का मिलान विद्यालीय अभिलेखों के आधार पर होगा।