ITI Paper Leak : चाय की दुकान से जवाब कर लाए तैयार, ऑडियो और फोटो वायरल Bareilly News
उस वक्त बारिश भी हो रही थी। पेपर शुरू होने से पहले ही कुछ परीक्षार्थियों के पास लीक पेपर पहुंच चुका था। उनके पास पेपर के प्रश्नों के जवाब भी थे। सका एक ऑडियो भी वायरल हुआ।
बरेली, जेएनएन : औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) की लिखित परीक्षा में मंगलवार को दूसरा झटका लगा है। शांति मौर्य विद्यालय स्थित परीक्षा केंद्र पर दोपहर ढाई बजे की मीटिंग में आयोजित इलेक्ट्रीशियन-फिटर की थ्योरी की बैक परीक्षा का पेपर लीक हो गया। परीक्षार्थियों के मुताबिक, चाय की दुकान और खोखों पर बैठकर कॉपियां लिखी गईं हैं। मामले में एक ऑडियो और उत्तरपुस्तिका के साथ उत्तर लिखा एक कागज भी वायरल हो रहा है। हालांकि, घटना को केंद्र और परीक्षा से जुड़े अधिकारियों ने बगैर जांच के ही नकार दिया। इससे पहले लखनऊ में एक पर्चा लीक हो चुका है।
परीक्षा केंद्र शांति मौर्य विद्यालय में ढाई बजे की पाली में परीक्षा थी। उस वक्त बारिश भी हो रही थी। छात्रों के मुताबिक, पेपर शुरू होने से पहले ही कुछ परीक्षार्थियों के पास लीक पेपर पहुंच चुका था। उनके पास पेपर के प्रश्नों के जवाब भी थे। इसका एक ऑडियो भी वायरल हुआ। इसके अलावा उत्तरपुस्तिका के साथ उत्तर लिखा एक कागज भी वायरल हो रहा है। ऑडियो में दावा किया जा रहा है कि कुछ परीक्षार्थियों को पहले ही कॉपी-पेपर दे दिए गए थे। उनके पास प्रश्नों के जवाब भी थे।
ऑडियो में बता रहा घटनाक्रम
सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो में एक युवक दूसरे शख्स को परीक्षा का पूरा घटनाक्रम बता रहा है कि पेपर शुरू होने से पहले ही पेपर छात्रों के पास पहुंच गया था। इसके बाद शिक्षकों ने चाय की दुकानों पर भी पेपर हल करवाए। दूसरा व्यक्ति पूछता है-कितने रुपये में पर्चा बिका। इसके जवाब में युवक कहता है कि कीमत नहीं मालूम। यह तो पहले ही तय हो गई होगी।
परीक्षा केंद्र के बाहर तीन हजार रुपये में बिका पेपर
सीबीगंज स्थित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) की परीक्षा का पेपर लीक करने के खिलाड़ी शिक्षक बताए जा रहे हैं। कुछ छात्रों का दावा है कि शिक्षक परीक्षार्थियों की कॉपी पर जवाब लिखवाते भी नजर आए हैं। इतना ही नहीं, केंद्र के बाहर तीन हजार रुपये तक में पर्चा बिका है। परीक्षा केंद्र निजी विद्यालय को बनाया गया था, शायद तभी राजकीय आइटीआइ वाले भी पूरे घटनाक्रम को सिरे से नकार रहे हैं।
दरअसल, जिस वक्त परीक्षा केंद्र के बाहर पेपर मारा-मारा फिर रहा था। वह दोपहर करीब ढाई बजे का वक्त रहा होगा। यही परीक्षा का निर्धारित समय भी था। बारिश की फुहारें पड़ रही थीं। इस कारण कुछ परीक्षार्थी भी केंद्र पर पहुंचने में देर हुए। मगर जब उन्होंने केंद्र के बार पेपर हल होने का खेल देखा तो वह भी इसी में शामिल हो लिए। एक छात्र के मुताबिक, शिक्षकों ने खुद खड़े होकर दुकानों पर पर्चा हल करवाया है।
बगैर जांच नकार गए साहब
सोशल मीडिया पर ऑडियो, उत्तरपुस्तिका के साथ पेपर में पूछे गए सवालों के जवाब वायरल होते रहे, लेकिन राजकीय आइटीआइ के अधिकारी जिन पर अनुशासनात्मक ढंग से परीक्षा कराने का दायित्व था उन्होंने घटनाक्रम को बगैर जांच के ही नकार दिया है। मामले में अधिकारी भी सवालों के कठघरे में खड़े हैं। परीक्षा के दौरान इस तरह की लापरवाही की लोगों में चर्चा है। इसे अन्य परीक्षाओं से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
ऑडियो और उत्तरपुस्तिका के साथ उत्तर लिखा कागज हुआ वायरल, परीक्षा केंद्र और राजकीय आइटीआइ न
पेपर लीक की घटना को नकारा
हमारे यहां कोई पेपर आउट नहीं हुआ है। नियमानुसार परीक्षा कराई गई है। -शांति मौर्य, प्रबंधक, शांति मौर्य विद्यालय
पेपर लीक होने की मुङो कोई जानकारी नहीं मिली है। हमने केंद्र का दौरा भी किया। परीक्षा शांतिपूर्वक चल रही थी। -राजकुमार, प्रधानाचार्य, राजकीय आइटीआइ
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