पुलिस के लिए सिरदर्द बने एक लाख के इनामी स्मैक तस्कर ने किया सरेंडर, जानिए क्यों मजबूर हुआ आरोपी
फरीदपुर के बेहरा गांव निवासी फरार चल रहे एक लाख के इनामी स्मैक तस्कर तैमूर उर्फ भोला की गिरफ्तारी के मामले में पुलिस को राहत मिल गई है। पुलिस के सख्ती करने के बाद तैमूर ने तीन भाइयों समेत गांव के दो युवकों ने सरेंडर किया है।
बरेली, जेएनएन। फरीदपुर के बेहरा गांव निवासी फरार चल रहे एक लाख के इनामी स्मैक तस्कर तैमूर उर्फ भोला की गिरफ्तारी के मामले में पुलिस को राहत मिल गई है। पुलिस के सख्ती करने के बाद तैमूर के तीन भाइयों समेत गांव के दो युवकों ने एनडीपीएस के पुराने मामले में कोर्ट में सरेंडर किया है। जिसके बाद सभी को जेल भेज दिया गया है।
बेहरा गांव स्मैक तस्करी के लिए जाना जाता है। गांव के कई लोग स्मैक तस्करी का काम करते है। सबसे बड़े अफीम तस्कर का नाम भाेला उर्फ तैमूर है। पुलिस ने उसे भगोड़ा घोषित करते हुए उस पर एक लाख का इनाम रखा था। पुलिस उसकी तलाश में दबिश दे रही थी। भोला ने हाईकोर्ट में गिरफ्तारी पर स्टे के लिए आवेदन किया था। हाईकोर्ट ने पुलिस से जवाब मांगा था। पुलिस की रिपोर्ट के बाद हाईकोर्ट ने स्टे देने से मना करते हुए आरोपित की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे।
जिसके बाद पुलिस ने तैमूर की तलाश में उसके स्वजन पर दबाव बनाना शरू कर दिया। जिसके बाद से तैमूर के भाई सलमान, सद्दाम व इमरान के साथ ही गांव के अच्छन और इस्माइल ने भी पुराने मामले में कोर्ट में सरेंडर की अजी डाली थी। सोमवार को सभी ने स्पेशल कोर्ट में सरेंडर कर दिया। अदालत ने सभी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। सरकारी वकील संतोष श्रीवास्तव ने बताया कि अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए फरीदपुर पुलिस ताना-बाना बुन रही थी। पुलिस के दबाव के चलते सभी को कोर्ट में सरेंडर करना पड़ा। सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।