गणतंत्र दिवस पर अनुपयोगी वस्तुओं से माडल बनाएंगे छात्र-छात्राएं, राज्य स्तर पर किया जाएगा पुरस्कृत
छात्र-छात्राएं अनुपयोगी वस्तुओं से सजावटी सामान तैयार करेंगे। छात्रों को ऐसी वस्तुएं बनाने के लिए प्रेरित करने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग ने जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दिए हैं। ताकि इसमें रुचि लेने के बाद विद्यार्थी धन भी अर्जित कर सके।
बरेली, जेएनएन। गणतंत्र दिवस के अवसर पर माध्यमिक स्कूलाें के छात्र-छात्राएं अनुपयोगी वस्तुओं से सजावटी सामान तैयार करेंगे। छात्रों को ऐसी वस्तुएं बनाने के लिए प्रेरित करने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग ने जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दिए हैं। ताकि इसमें रुचि लेने के बाद विद्यार्थी धन भी अर्जित कर सके। इसके अलावा गणतंत्र दिवस पर स्कूलों में राष्ट्रीय ध्वज सुबह दस बजे तक फहराने के निर्देश भी दिए हैं। सर्वश्रेष्ठ शिल्प या माडल को राज्य स्तर पर प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। जिला विद्यालय निरीक्षक डा. मुकेश कुमार सिंह ने इसकी जानकारी दी। साथ ही कार्यक्रम को तैयारियों पूरी करने के निर्देश दिए।
जिला विद्यालय निरीक्षक डा. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि शिक्षा विभाग के कार्यालयों में सुबह 8.30 और स्कूलों में दस बजे तक ध्वजरोहण के लिए स्कूल प्रबंधन को निर्देशित कर दिया है। वहीं इस अवसर पर छात्रों और कार्मचारियों को राष्ट्रप्रेम की भावना से ओतप्रोत करने की मंशा से शिक्षक राष्ट्रीय युद्ध स्मारक से संबंधित जानकारियों से रूबरू कराएंगे। इसके अलावा आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हर विद्यालय को क्राफ्ट प्रोजेक्ट विकसित कराना है। विद्यालय बंद होने की स्थिति में छात्र-छात्राओं को घर से ही वेस्ट मैटेरियल से वस्तुएं बनानी होंगी। प्रोजेक्ट को www.indianrdc.mod.gov.in पर विवरण के साथ प्रदर्शित किया जाएगा। सर्वश्रेष्ठ शिल्प या माडल को राज्य स्तर पर प्रशस्तिपत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। बताया कि देश के युद्ध स्थलों, स्वतंत्रता सेनानियों, वीरता पुरस्कारों, वीरगाथाओं के संबंध में चित्रकला, वाद-विवाद, विचार गोष्ठी, नाटक, निबंध लेखन, प्रश्नोत्तरी आदि प्रतियोगिताएं वर्चुअल व भौतिक रूप से 25 जनवरी तक कराई जा सकती हैं।