प्रदेश के नागरिक उड्डयन मंत्री नंद कुमार नंदी बोले, बरेली में एलायंस एयर के बाद जल्द ही इंडिगो भी देगी सेवाएं
हवा में उडऩे का दिन आ गया। सोमवार को हवाई अड्डे पर पहला विमान उतरते ही बरेली की गिनती प्रदेश के उन आठ महानगरों में होने लगेगी जहां से हवाई सेवा मिल रही। एलायंस एयर (एयर इंडिया) इसकी शुरूआत कर रही मगर जल्द ही इंडिगो भी सेवाएं देगी।
बरेली, जेएनएन। हवा में उडऩे का दिन आ गया। सोमवार को हवाई अड्डे पर पहला विमान उतरते ही बरेली की गिनती प्रदेश के उन आठ महानगरों में होने लगेगी, जहां से हवाई सेवा मिल रही। एलायंस एयर (एयर इंडिया) इसकी शुरूआत कर रही, मगर जल्द ही इंडिगो भी सेवाएं देगी। बरेली के लिए पहली उड़ान से पहले जागरण ने प्रदेश के नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी से फोन पर बात की। पेश हैं साक्षात्कार के प्रमुख अंश-
सवाल: बरेली से हवाई सेवा शुरू हो, इसके लंबे समय से इंतजार था। इतना समय क्यों लगा।
जवाब : पिछली सरकारों ने यहां के हवाई अड्डा शुरू कराने पर ध्यान नहीं दिया। केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद प्रक्रिया तेज हुई। केंद्र व प्रदेश स्तर पर दर्जनों बैठकें हुईं। प्रदेश सरकार ने जल, भूमि, रोड के लिए धन आवंटित किया, जिससे काम समय से पूरा हो सका। उड़ान पिछले साल ही शुरू करने की तैयारी थी, मगर कोरोना के कारण प्रभावित हुई। उड़ान के लिए एलाइंस एयर (एयर इंडिया) ने पहली जिम्मेदारी ली।
सवाल : बरेली से दिल्ली फिर मुंबई और बेंगलुरु की उड़ान भी शुरू होगी। इसके आगे की कोई योजना बताएं।
जवाब: हवाई यात्रा की जैसे-जैसे मांग बढ़ती जाएगी, उड़ान भी बढ़ेगी। इंडिगो एयरलाइंस ने भी मुंबई-बेंगलुरु की फ्लाइट के लिए तैयारी शुरू कर दी है। प्रदेश के समस्त एयरपोर्ट से बरेली को जोडऩे का प्रयास है। प्रदेश से विमानन प्रोत्साहन के लिए उत्तर प्रदेश विमानन नीति बनाई है।
सवाल: बरेली-दिल्ली के लिए 1954 रूपये किराया रखा गया है। डायनिमिक किराया प्रणाली में यात्रियों को अधिक भुगतान करना भी पड़ता है। कम खर्च में हवाई यात्रा का सपना कैसे पूरा करेंगे।
जवाब : पूरा प्रयास यही होगा कि किराया न बढ़े। एयरलाइंस कंपनियों को विमानन नीति के तहत जो भी मदद होगी, वह करेंगे। घाटा होने की स्थिति में प्रतिपूर्ति की व्यवस्था की जा सकती है।
सवाल : हवाई मार्ग से जुडऩे के बाद छोटे शहरों के उद्यम वैश्विक होने की गुंजाइश बढ़ती है। मंत्रालय क्या योजना बना रहा है?
जवाब : उद्यम के साथ पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। उद्योगपति यदि चाहेंगे तो यहां से कार्गो सेवाएं भी प्रदान की जा सकेंगी। जिससे कम समय में बरेली में उत्पादित सामान देश के विभिन्न शहरों में पहुंचा सकते हैं।
सवाल: अभी एटीआर-72 विमान की सेवा मिलेगी। क्या भविष्य में कुछ और बड़े विमान भी बरेली के रूट पर आ सकते हैं।
जवाब: बरेली हवाई अड्डा के रन-वे की लंबाई बड़े वायुयानों के परिचालन के लिए उपयुक्त है। भविष्य में यदि बरेली से यात्रियों की संख्या बढ़ती रही तो बोइंग और एयरबस चलाने का प्रयास किया जाएगा। इंडिगो इनका संचालन कर सकती है। इसके लिए एयरफोर्स स्टेशन और मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस से जो भी आवश्यकता है, उसे पूरा करेंगे। एयरफोर्स ने इस प्रोजेक्ट में काफी मदद की है।