भ्रष्टाचार पर वार : शाहजहांपुर में एआरटीओ कार्यालय पर विजिलेंस टीम का छापा, आरआइ समेत 25 पकड़े
भ्रष्टाचार की लगातार मिल रही शिकायतों को लेकर मुख्यमंत्री के निर्देश पर सर्तकता अधिष्ठान (विजिलेंस) की लखनऊ व बरेली की टीम ने एआरटीओ कार्यालय पर छापा मारा।
शाहजहांपुर, जेएनएन। भ्रष्टाचार की लगातार मिल रही शिकायतों को लेकर मुख्यमंत्री के निर्देश पर सर्तकता अधिष्ठान (विजिलेंस) की लखनऊ व बरेली की टीम ने गुरुवार को उप सम्भागीय परिवहन कार्यालय (एआरटीओ) कार्यालय में पुलिस के साथ छापा मारा। वहां करीब चार लाख रुपये का ओवरकैश बरामद हुआ। सड़क निरीक्षक (आरआइ) व मुख्य क्लर्क समेत 25 लोगों को पुलिस लाइंस लाया गया। जहां उनसे पूछताछ की जा रही है।
गुरुवार दोपहर बरेली के सर्तकता विभाग के सेक्टर ऑफिसर एएसपी अरविंद कुमार एसपी एस आनंद से मिले। उसके बाद उनके साथ सिंंधौली थाना क्षेत्र के नियामतपुर गांव स्थित एआरटीओ कार्यालय पहुंचे। वहां पहुंचते ही टीम ने मुख्य गेट बंद करा दिया। उस समय एआरटीओ प्रशासन महेंद्र कुमार सिंंह व एआरटीओ प्रवर्तन मनोज कुमार नहीं थे। टीम ने कार्यालय के विभिन्न पटलों पर जांच शुरू की। वाहनों के पंजीकरण व लाइसेंस का कार्य देखने वाले लिपिकों समेत अन्य के पटल चेक किए। जहां करीब चार लाख रुपये का ओवरकैश बरामद हुआ। आरआइ ब्रजेश कुमार व मुख्य लिपिक प्रदीप कुमार के अलावा परिसर में मौजूद 23 लोगों को हिरासत में ले लिया। मौके पर आठ लैपटॉप व मोबाइल भी कब्जे में ले लिए। कार्यालय में काफी समय से ऑनलाइन ड्राइविंंग लाइसेंस व वाहनों के ऑनलाइन पंजीकरण में ज्यादा शुल्क लिए जाने की शिकायतें अधिकारियों के पास पहुंच रही थी, लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा था। मामला पहुंचा तो यह कार्रवाई हुई। इस दौरान एएसपी सिटी संजय कुमार समेत सदर व सिंंधौली थाने का फोर्स भी मौजूद रहा।
क्या बोले अधिकारी
एआरटीओ कार्यालय में दलाली की सूचना पर सर्तकता अधिष्ठान लखनऊ व बरेली की टीम छापा मारा है। वहां पर दो कर्मचारियों समेत 25 लोगों को हिरासत में लिया। चार लाख रुपये कैश बरामद हुआ है। जिनमें दस लोग अपना काम कराने आए थे। सभी से पूछताछ की जा रही है। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
-एस आनंद, एसपी
जिस समय छापा मारा गया हम कार्यालय में नहीं थे। किसको क्या शिकायत मिली है हम नहीं जानते। बाहरी लोग क्या कर रहे थे इस बारे में भी नहीं पता। कार्यालय में काम पारदर्शिता से होता है। पता चला है कि जो रुपया टीम ने बरामद किया है वह जमा हुए कर व फीस का था। इस बारे में अधिकारियों से बात की जा रही है।
-महेंद्र सिंंह, एआरटीओ प्रशासन