बरेली जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए सपा अब तक घोषित नहीं कर पाई प्रत्याशी, जानें क्या है वजह
कोरोना की लहर थमने के बाद अब कभी भी जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव की तारीख घोषित हो सकती है। बावजूद इसके समाजवादी पार्टी अब तक अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी घोषित नहीं कर पाई है। वह भी तब जब पंचायत चुनाव में सबसे अधिक सीटों पर सपाई जीते थे।
बरेली, जेएनएन। कोरोना की लहर थमने के बाद अब कभी भी जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव की तारीख घोषित हो सकती है। बावजूद इसके समाजवादी पार्टी अब तक अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी घोषित नहीं कर पाई है। वह भी तब जबकि बीते दिनों हुए पंचायत चुनाव में सबसे अधिक सीटों पर सपा के प्रत्याशी ही जीते थे। गुरुवार को हुई पार्टी के नेताओं की बैठक में भी भावी प्रत्याशी का नाम तय नहीं हो पाया। ऐसे में महारथी कैसे चुनावी गोट बिछाएंगे। चर्चा तो यहां तक है कि सत्ता के समझे जाने वाले इस चुनाव में सपा के दिग्गज मैदान में आने से घबरा रहे हैं।
अप्रैल में हुए पंचायत चुनाव में सपा के 26 जिला पंचायत सदस्यों ने बाजी मारी थी। वही, सत्ताधारी भाजपा को सपा से कम सीटें ही हासिल हुई थी। भाजपा ने प्रत्याशी का नाम लगभग तय हो चुका है। उन उम्मीदवार ने मैदान में अपनी गोटे बिछानी शुरू भी कर दी है। सपा में अब तक प्रत्याशी का नाम स्पष्ट नहीं हो पाया है। अब तक नवाबगंज से पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार के भाई की पत्नी, वही के दो अन्य महिलाएं, पूर्व विधायक महिपाल सिंह की पत्नी समेत आधा दर्जन सदस्यों के नाम सामने आ रहे थे, लेकिन गुरुवार को इनकी संभावनाएं भी खत्म सी हो गई है।
दरअसल, गुरुवार को जिलाध्यक्ष अगम मौर्य के आवास पर पार्टी के पूर्व मंत्री, विधायकों ने बैठक की। मजबूत माने जाने वाले भगवत सरन गंगवार व महीपाल सिंह ने अपने हाथ पीछे खींच लिए। उन्होंने अपने प्रत्याशी खड़ा करने की बात टाल दी। इसके बाद पदाधिकारियों ने नवाबगंज के ही दो सदस्यों की ओर देखना शुरू कर दिया है। मगर सवाल यही है पार्टी प्रत्याशी कब घोषित करेगी और कब वह मैदान जीतने के लिए मुहरें बिछाएगा। जिला प्रवक्ता मयंक शुक्ला मोंटी ने बताया कि प्रत्याशी घोषित करने की आंतरिक तैयारी चल रही है। जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट पर सपा का उम्मीदवार ही बैठेगा।