Health crisis : एंटी बायोटिक दवाएं हो रही बेअसर, हल खोजने के लिए 21 को जापान में जुटेंगे दुनियाभर के वैज्ञानिक
एंटी बायोटिक दवाओं के बेतरतीबी से उपयोग के चलते बैक्टीरिया ने प्रतिरोधकता क्षमता विकसित कर ली है।
जेएनएन, बरेली: तमाम रोगों का कारण बनने वाले बैक्टीरिया लगातार बलवान हो रहे हैं। इस कदर कि उनपर एंटी बायोटिक दवाएं बेअसर साबित हो रही हैं। दिक्कत सिर्फ भारत की नहीं, पूरी दुनिया इस मर्ज से जूझ रही है। मालूम हुआ है कि एंटी बायोटिक दवाओं के बेतरतीबी से उपयोग के चलते बैक्टीरिया ने प्रतिरोधकता क्षमता विकसित कर ली है। अब इस समस्या का हल खोजने के लिए जापान में दुनियाभर से शोध संस्थानों के डायरेक्टर स्तर के वैज्ञानिक एक मंच पर इकट्ठा होंगे। टोक्यो में 21 और 22 फरवरी को एंटी माइक्रोबियन रेजिस्टेंस वन हेल्थ कॉन्फ्रेंस में गंभीर होती समस्या का निदान खोजने पर मंथन होगा। भारत की नामी स्वास्थ्य संस्थाएं कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी।
आइवीआरआइ और आइसीएमआर करेंगे शिरकत
जापान के मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ, लेबर एंड वेलफेयर मंत्रालय ने गंभीर मुद्दे पर सेमिनार बुलाया है। भारत सरकार की ओर से भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आइवीआरआइ) के निदेशक डॉ.राजकुमार सिंह और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) से वरिष्ठ वैज्ञानिक कामिनी वालिया को भेजा जा रहा है। कांफ्रेंस में वैज्ञानिकों की राय के आधार पर खतरनाक बैक्टीरिया के खिलाफ मजबूत एंटी बायोटिक की दिशा में तैयारी होगी।
जानवर और पोल्ट्री फीड में एंटी बायोटिक
वैज्ञानिकों का मानना है कि इस समय जानवर और पोल्ट्री फीड यानी इनके आहार में ही किसी न किसी रूप में एंटी बायोटिक शामिल कर दी जाती हैं। इससे जानवरों के शरीर से ही बैक्टीरिया में प्रतिरोधकता पनपनी शुरू होने लगी। इसी तरह जानवरों से मिलने वाले आहार के जरिए यह इंसान में शिफ्ट हुई। इसके अलावा बेतरतरीबी से एंटी बायोटिक का उपयोग भी बैक्टीरिया के ताकतवर होने की वजह बना।
कांफ्रेंस में इनकी रहेगी भागीदारी
देश : भारत के अलावा चीन, बांग्लादेश, भूटान, ब्रुनोई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, जापान, मलेशिया, मालदीव, मंगोलिया, नेपाल, उत्तर कोरिया, लाओस, म्यांमार आदि देश रहेंगे। इसके अलावा अमेरिका और इंग्लैंड के प्रतिनिधि भी रहेंगे।
अंतरराष्ट्रीय संगठन : वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ), फूड एंड एग्रीकल्चरल ऑर्गेनाइजेशन, वर्ल्ड ऑर्गेनाइजेशन फॉर एनिमल हेल्थ (ओईए), वेलकम ट्रस्ट, एशिया यूरोप फाउंडेशन, ग्लोबल एंटी बायोटिक रिसर्च एंड डेवलपमेंट पार्टनरशिप, जापान इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एजेंसी, नेशनल सेंटर फॉर ग्लोबल हेल्थ एंड मेडिसिन एएमआर क्लीनिकल रेफ्रेंस सेंटर।
बैक्टीरिया मारने में नाकाम हो रही एंटी बायोटिक दवाएं
एंटी बायोटिक दवाएं भी अब बैक्टीरिया मारने में नाकाम हैं। इससे निजात पाने के लिए दुनिया भर के डायरेक्टर लेवल के वैज्ञानिक जापान में दो दिवसीय सेमिनार में पहली बार शिरकत कर रहे। - डॉ. राजकुमार सिंह, निदेशक, आइवीआरआइ