कोरोना संक्रमित के परिवार वालों ने इंटरनेट मीडिया पर छेड़ी मदद गुहार, पढ़ें इंटरनेट मीडिया के संदेश
पति की हालत खराब है आक्सीजन दिलवाने की कृपा करें। भाई को कोरोना है रेमडेसिविर दिलवा दें। प्लीज मदद करें एक यूनिट ब्लड की जरूरत है। यह चंद उदाहरण हैं। दिन भर में ऐसे कई ट्वीट बरेली पुलिस को किए जा रहे हैं। कोरोना संक्रमण से कई लोग परेशान हैं।
बरेली, जेएनएन। पति की हालत खराब है, आक्सीजन दिलवाने की कृपा करें। भाई को कोरोना है, रेमडेसिविर दिलवा दें। प्लीज मदद करें, एक यूनिट ब्लड की जरूरत है। यह चंद उदाहरण हैं। दिन भर में ऐसे कई ट्वीट बरेली पुलिस को किए जा रहे हैं। कोरोना संक्रमण के इस मुसीबत भरे दौर में कई लोग परेशान हैं। जब उन्हें कहीं से मदद की आस नजर नहीं आती तो वह उम्मीद भरे शब्दों के साथ बरेली पुलिस के ट्विटर और फेसबुक अकाउंट पर मदद की गुहार लगाते हैं। कुछ की उम्मीद पूरी होती है तो कई को निराशा हाथ लगती है। फिलहाल ट्विटर पर ज्यादातर जवाब कोरोना कंट्रोल रूम का नंबर देकर वहां बात करने के ही दिए जा रहे हैं।
अस्पताल में दिलाई आक्सीजन
शहर के स्टेडियम रोड स्थित एक अस्पताल में रविवार को ऑक्सीजन खत्म हो गई थी। मरीजों को दूसरी जगह जाने के लिए कहा जा रहा था। ऐसे में एक महिला ने बरेली पुलिस ट्विट कर जानकारी दी। बताया कि पति को आक्सीजन की जरूरत है। सूचना पर बारादरी पुलिस ने पहुंच कर मरीज को राहत दिलाई। स्वास्थ्य विभाग से बात कर ऑक्सीजन की व्यवस्था कराई।
गर्भवती पॉजिटिव, बेड दिलाइए
शहर के सिविल लाइंस निवासी एक गर्भवती महिला की कोविड जांच कराई गई तो वह पॉजिटिव आईं। गर्भवती होने के चलते वह हाईरिस्क पर थी, लिहाजा उनके पति ने कोविड अस्पतालों से संपर्क किया, लेकिन कहीं बेड नहीं मिला। इस पर उन्होंने पुलिस को ट्विट कर बेड दिलाने की मांग की। बरेली पुलिस द्वारा कंट्रोल रूम का नंबर देकर बात करने के लिए कहा गया।
एसपी सिटी रविंद्र कुमार ने बताया कि संक्रमण के इस दौर में पुलिस आमजन के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। ट्विटर या इंटरनेट मीडिया के अन्य माध्यमों पर आने वाली सूचनाओं का हर संभव जवाब दिया जा रहा है। यूपी-112 भी लगातार लोगों की मदद में लगी हुई है।