अनाथ बेेेटियां : बेेटियों की मुस्कान से इन घरों की चहकेगी बगिया Bareilly News
किसी के लिए वह वहां मुस्कान है तो किसी के लिए परी। रंग-बिरंगे कपड़ों में छोटी सी गुड़िया लगती है। चंचलता ऐसी कि पास में खड़े हो जाइए तो गोद में आने के लिए मचल उठती है।
जेएनएन, बरेली : जिस मुस्कान को उसके अपनों ने अपनाने से इन्कार कर दिया, मां की ममता नें उससे मुंह फेर लिया, जन्म लेते ही न तो उसे पिता का प्यार मिला और न मां का दुलार.. अब उसी मुस्कान की मुस्कराहट से बॉर्न बेबी फोल्ड की सुबह होती है। अब वह न सिर्फ स्वस्थ है बल्कि छह महीने की हो गई है। किसी के लिए वह वहां मुस्कान है तो किसी के लिए परी। रंग-बिरंगे कपड़ों में छोटी सी गुड़िया लगती है। चंचलता ऐसी कि पास में खड़े हो जाइए तो गोद में आने के लिए मचल उठती है। अधिकारियों का कहना है कि मुस्कान पूर्णत: स्वस्थ है। अब बहुत जल्द उसके गोद देने की प्रक्रिया भी शुरू होने वाली है। वह उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही उसकी किलकारियों से कोई घर-आंगन खिला-खिला नजर आएगा।
इंजीनियर दंपती ने लिया गोद, रोली जाएगी अमेरिका
दस महीने पहले रोली को करीब उसके अपनों ने ही लावारिस फेंक दिया था। इसके बाद यह बच्ची एक महिला को मिली थी। आंवला में इस बच्ची की खरीद-फरोख्त हो रही थी। इसकी सूचना किसी ने पुलिस को दे दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आशा ज्योति केंद्र के लोगों को सूचना दी। इसके बाद बच्ची को आशा ज्योति केंद्र लाया गया। उसका इलाज किया गया। इसके बाद उसे बॉर्न बेबी फोल्ड में रखा गया। अब बच्ची को अमेरिका के १ाूस्टन के एक इंजीनियर दंपती ने गोद लिया है।
बच्ची की हालत में हुआ सुधार, हफ्ते भर में होगी डिस्चार्ज
दस अक्टूबर को सिटी श्मशान भूमि में एक परिवार को जमीन के अंदर घड़े में रखी एक नवजात बच्ची मिली थी। विधायक राजेश मिश्र उर्फ पप्पू भरतौल ने 12 अक्टूबर को बच्ची को रामपुर गार्डन स्थित डॉ. रवि खन्ना के अस्पताल में भर्ती कराया। उसके खून में इंफेक्शन था। वजन भी कम था। लगातार एक महीने के इलाज के बाद बच्ची की हालत में सुधार हो रहा है। डॉ. रवि खन्ना के मुताबिक बच्ची की हालत खतरे से बाहर है। बच्ची का वजन करीब दो किलो हो गया है। बच्ची को संभवत: हफ्ते भर में अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है।
एनजीओ चलाने वाली महिला ने आराधना को लिया गोद
आराधना को पिछले साल सितंबर में देवचरा के मंदिर में कोई टोकरी में रखकर चला गया था। वहां के लोगों ने जब देखा तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस की सूचना पर चाइल्ड लाइन की टीम वहां पहुंची और आराधना को बॉर्न बेबी फोल्ड लाया गया। अब आराधना को शहर की एक एनजीओ चलाने वाली महिला ने गोद लिया है।
बॉर्न बेबी फोल्ड में है बहेड़ी स्टेशन के पास मिली शिवांगी
पिछले साल 16 अप्रैल को बहेड़ी स्टेशन के पास कोई शिवांगी को झाड़ियों में कंबल में लपेट कर फेंक गया था। जब आने-जाने वालों ने उसे देखा तो इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस की मदद से शिवांगी बॉर्न बेबी फोल्ड आई। अब शिवांगी कर्नाटक के एक दंपती की घर की राजकुमारी बनेगी। दंपती साफ्टवेयर कंसल्टेंट हैं।
मुस्कान पूरी तरह से स्वस्थ है। वह बॉर्न बेबी फोल्ड में है। उस पर दावेदारी करने के लिए कोई नहीं आया है। अब जल्द ही उसके गोद दिए जाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
- डीएन शर्मा, मजिस्ट्रेट, बाल कल्याण समिति