Smart City News : बरेली में सलाना सात करोड़ की बिजली बचाने के लिए इस तकनीक से चलेंगे ट्यूबवेल
शहरवासियों को पानी की सप्लाई को बनाए गए सभी ट्यूबवेल जल्द ऑटोमेटिक तकनीक से लैस हो जाएंगे। ट्यूबवेल तय समय पर खुलेंगे और खुद ही बंद भी हो जाएंगे। इससे बिजली की खपत भी कम होगी और पानी की बर्बादी को भी रोका जा सकेगा।
बरेली, जेएनएन। शहरवासियों को पानी की सप्लाई को बनाए गए सभी ट्यूबवेल जल्द ऑटोमेटिक तकनीक से लैस हो जाएंगे। ट्यूबवेल तय समय पर खुलेंगे और खुद ही बंद भी हो जाएंगे। इससे बिजली की खपत भी कम होगी और पानी की बर्बादी को भी रोका जा सकेगा। ऑटोमेटिक सिस्टम से मोबाइल पर ही मॉनीटरिंग हो सकेगी। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
स्मार्ट सिटी योजना में प्रस्ताव को मिली है मंजूरी
नगर निगम क्षेत्र में रहने वालों को पानी की सप्लाई के लिए 94 ट्यूबवेल बनाए गए हैं। इन ट्यूबवेल से ओवरहेड टैंकों को भरने के साथ ही सीधे पानी की सप्लाई घरों तक करने के लिए खोला जाता है। इन्हें खोलने, बंद करने का काम कर्मचारी करता है। अब सभी ट्यूबवेल पर ऑटोमेटिक सिस्टम लगाया जाना है। बीते दिनों स्मार्ट सिटी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में इस कार्य के लिए 20 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। जल निगम ने पूरा प्रस्ताव तैयार किया है।
साल भर में सात करोड़ की बचेगी बिजली
नगर निगम ने सभी ट्यूबवेल पर उसे खोलने और बंद करने के लिए कर्मचारी रखा है। सुबह और शाम छह बजे से नौ बजे तक पानी की सप्लाई देने को ट्यूबवेल चलाए जाते हैं। कई बार ट्यूबवेल लगातार चलता ही रहता है। इस कारण बिजली का खर्च बेवजह बढ़ता है। प्रस्ताव के मुताबिक ऑटोमेटिक सिस्टम लगने से साल भर में करीब सात करोड़ रुपये बिजली का खर्च बचेगा। इसके साथ ही ट्यूबवेल के वॉल्व पर भी ऑटोमेटिक सिस्टम लगाया जाएगा।
पानी की नहीं होगी बर्बादी, बचेगी मोटर
कई बार लगातार मोटर चलने के कारण पानी ओवरफ्लो होकर बहने लगता है। इससे लगातार पानी की बर्बादी होती है। ऑटोमेशन सिस्टम लगने के बाद पानी भी बर्बाद नहीं होगा। इसके साथ ही बिजली के फाल्ट होने से कई बार मोटर भी खराब हो जाती है, लेकिन नए सिस्टम के बाद मोटर खराब होने का खतरा कम रहेगा। मोटर खराब नहीं होती तो सप्लाई भी बाधित नहीं होगी।
शहर में बने सभी ट्यूबवेल पर ऑटोमेशन सिस्टम लगाने को जल निगम ने प्रस्ताव तैयार किया है। प्रस्ताव को स्मार्ट सिटी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मंजूरी मिल चुकी है। इसके बाद उसके लिए टेंडर प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। आरके यादव, महाप्रबंधक, जलकल, नगर निगम