Land Fraud in Bareilly : बरेली में कब्रिस्तान की जमीन पर दुकानें बनाकर बेच दीं, नगर निगम और बीडीए को पता तक नहीं चला, जानिये कैसे खुला मामला
Land Fraud in Bareilly नौमहला मस्जिद के पास बनी चार दुकानों के मामले में बड़ा राजफाश हुआ है। नगर निगम और तहसील की जांच में जमीन कब्रिस्तान की निकली है। कब्रिस्तान की जमीन को व्यावसायिक रूप में बदलकर उस पर दुकानें बनाकर मोटी रकम लेकर बेच दी गई हैं।
बरेली, जेएनएन। Land Fraud in Bareilly : नौमहला मस्जिद के पास बनी चार दुकानों के मामले में बड़ा राजफाश हुआ है। नगर निगम और तहसील की जांच में जमीन कब्रिस्तान की निकली है। कब्रिस्तान की जमीन को व्यावसायिक रूप में बदलकर उस पर दुकानें बनाकर मोटी रकम लेकर बेच दी गई हैं। बीडीए की सील तोड़ने के बाद चंद लोग वीडियो वायरल कर उसे जायज बता रहे हैं।
नगर निगम कार्यकारिणी समिति के सदस्य राजकुमार गुप्ता, कपिल कांत सक्सेना और भाजपा पार्षद सतीश चंद्र, नरेश कुमार बंटी ने बीते दिनों नौमहला मस्जिद के पास सरकारी भूमि पर अवैध तरीके से चार दुकानें बनाकर बेचने की शिकायत की थी। उन्होंने नगर आयुक्त अभिषेक आनंद, बीडीए उपाध्यक्ष जोगिंदर सिंह से मामले की जांच कराने की मांग की थी। नगर आयुक्त के निर्देश पर अपर नगर आयुक्त अजीत कुमार सिंह ने जांच करवाई। नगर निगम और तहसील की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। संयुक्त टीम की रिपोर्ट में जमीन कब्रिस्तान की पाई गई है। अभिलेखों में कब्रिस्तान दर्ज है, लेकिन उसे व्यावसायिक रूप में बदल दिया गया है। पार्षदों का आरोप है कि इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल (आइएमसी) के जिलाध्यक्ष नदीम खान ने दुकानें बनाकर उन्हें बेच दिया है।
कब्रिस्तान की जमीन पर पहले से बनी मस्जिद
नगर निगम और तहसील टीम की जांच रिपोर्ट के अनुसार नौमहला मस्जिद भी कब्रिस्तान की जमीन पर बनी हुई है। इसका इस्तेमाल धार्मिक गतिविधियों के लिए किया जाता है। राजस्व अभिलेखों में गाटा संख्या 39, क्षेत्रफल 0.607 हेक्टेयर व गाटा संख्या 40, क्षेत्रफल 0.164 हेक्टेयर जमीन कब्रिस्तान के नाम दर्ज है। इसके पश्चिम दिशा में मस्जिद व कब्रिस्तान से सटी हुई पुरानी 10 दुकानें व नई चार दुकानें बनी हुई है। आरोप है कि बिना सक्षम विभाग, अधिकारी की अनुमति के धार्मिक स्थल की भूमि का व्यावसायिक प्रयोग किया जा रहा है। इसकी अनुमति कहां से दी गई, इसकी भी जांच की जानी है। अपर नगर आयुक्त अजीत कुमार सिंह ने बताया कि कार्यकारिणी समिति की शिकायत पर नौमहला मस्जिद के पास बनाई गई दुकानों की जांच कराई गई। जांच में जमीन कब्रिस्तान की पाई गई है। वहां व्यावसायिक गतिविधि किसकी अनुमति से शुरू की गई, इस बारे में पता कराया जा रहा है।