अखिलेश जिम्मेदारी दें, तब ही संगठन में दखल : शिवपाल
जागरण संवाददाता, बरेली : सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव वैसे तो चाचा शिवपाल के मंच पर भी पैर छ
जागरण संवाददाता, बरेली : सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव वैसे तो चाचा शिवपाल के मंच पर भी पैर छूने लगे हैं लेकिन, रिश्तों में खटास अभी कायम है। गुरुवार को वह शहर में कुछ अपनों के बीच गैर राजनीतिक दौरे पर आए थे। पूर्व कैबिनेट मंत्री से बरेली में सपा जिलाध्यक्ष शुभलेश यादव के मामले में वरिष्ठ सपा नेताओं के बीच चली बयानबाजी और जुबानी जंग पर दखल के बाबत पूछा तो उनकी टीस साफतौर पर नजर आई। बोले- राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश हैं जिम्मेदारी देंगे तो ही संगठन के मामलों में दखल देंगे। पूछा कि क्या नेता जी (मुलायम सिंह) राष्ट्रीय अध्यक्ष होते तो भी यही कहते। इस पर बोले, अब तो अखिलेश ही तय करेंगे। हालांकि, बंगले खाली करने के टोटी प्रकरण पर वह अखिलेश के साथ दिखे। बोले-घर खाली करने में समय दिया जाता है, वो नहीं दिया। रही बात तोड़फोड़ व सामान ले जाने के मामले की तो कोई सरकारी नहीं अपना ही सामान लेकर गए हैं। राजनीतिक भविष्य के बाबत कहा कि समाजवादी पार्टी उनकी अपनी है, इसके ही साथ रहेंगे।
महागठबंधन हुआ तो भाजपा की हार तय
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन के बावजूद हार और अब महागठबंधन के बारे में क्या सोचते हैं? शिवपाल बोले कि फिलहाल सपा और बसपा साथ हैं। कांग्रेस समेत सभी दल मिल जाएं तो भाजपा की हार तय है। उन्होंने भाजपा के कार्यकाल में भ्रष्टाचार को दस गुना बढ़ा हुआ बताया। बोले, प्रशासन या पुलिस का दारोगा तक भाजपा के माननीयों की नहीं सुनता। ऐसे जनप्रतिनिधि जनता के काम क्या करा पाएंगे।