जाति प्रमाण पत्र के मामले में फिर नहीं कमेटी के सामने पेश हुईं शहला ताहिर, चार बार जारी हो चुका है नोटिस
नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष शहला ताहिर एक बार फिर जिला कमेटी के सामने अपनी जाति प्रमाणपत्र को लेकर पेश नहीं हुई। अलबत्ता उनके वकील ने कलक्ट्रेट पहुंचकर एडीएम सिटी महेंद्र कुमार सिंह के सामने तबीयत खराब होने का पक्ष रखा।
बरेली, जेएनएन। नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष शहला ताहिर एक बार फिर जिला कमेटी के सामने अपनी जाति प्रमाणपत्र को लेकर पेश नहीं हुई। अलबत्ता उनके वकील ने कलक्ट्रेट पहुंचकर एडीएम सिटी महेंद्र कुमार सिंह के सामने तबीयत खराब होने का पक्ष रखा। दो महीने से अधिक समय व्यतीत होने की वजह से संकेत बन रहे हैं कि प्रशासकीय अधिकारी अब उनके जाति प्रमाणपत्र को लेकर निर्णय दे सकते हैं।
शहला ताहिर की पिछड़ी जाति के प्रमाणपत्र के फर्जी होने की शिकायत होने के बाद आगरा से उनके मां-बाप का पता तस्दीक करने की कोशिशें हुई थी। लेकिन आगरा प्रशासन से कोई खास मदद नहीं मिली। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग साक्ष्य प्रस्तुत नहीं होने की वजह से बरेली प्रशासन के लिए नोटिस जारी कर रहा है। शहला ताहिर के पिछड़ी जाति के प्रमाणपत्र को तस्दीक कराने के लिये डीएम की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। जिसमें डीएम, एडीएम सिटी, एसडीएम, जिला समाज कल्याण अधिकारी और जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी शामिल हैं। इस कमेटी ने शहला को पेश होने के लिए चार बार नोटिस जारी किया जिससे वह अपना पक्ष रख सकें लेकिन वह नहीं पहुंची है।
विकास के काम हो रहे हैं प्रभावित
एक दिन पहले ही शहला ताहिर ने एक वीडियो वायरल करके आरोप लगाए थे कि एसडीएम वेद प्रकाश उनका उत्पीड़न कर रहे हैं। जिससे उनका स्वास्थ्य खराब हो गया है। उनका बीपी बढ़ गया है। आरोप लगाया कि एसडीएम पालिका कार्यालय में उनकी कुर्सी पर बैठते हैं। पूरे मामले में एसडीएम ने भी शहला के आरोपाें को खारिज करते हुए अपनी जान पर खतरा जताया था। उनका कहना था कि शहला क्षेत्र से बाहर रहती है, जनता ने उन्हें क्षेत्र में रहकर विकास के लिए चुना है। अब इस मामले में एडीएम प्रशासन वीके सिंह ने शिकायत करने वाले नगर पालिका के सभी सभासदों को बुलाया है। ताकि कस्बे के रुके हुए विकास कार्यों और भ्रष्टाचार के आरोपों की छानबीन की जा सके।