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Sharp Shooter Murder Case : हमलावराें ने 18 साल बाद उसी स्थान पर बदला लिया जहां हुआ था अंशुमान का कत्ल

Sharp Shooter Murder Case लगभग 18 साल पहले अंशुमान सक्सेना की जिस स्थान पर हत्या हुई। बुधवार को उसी स्थान से कुछ दूरी पर उनके भाई ने शूटर की हत्या कर बदला ले लिया। हालांकि घटना का कोई चश्मदीद पुलिस को नहीं मिला।

By Ravi MishraEdited By: Published: Thu, 09 Sep 2021 02:40 PM (IST)Updated: Thu, 09 Sep 2021 02:40 PM (IST)
Sharp Shooter Murder Case : हमलावराें ने 18 साल बाद उसी स्थान पर बदला लिया जहां हुआ था अंशुमान का कत्ल
Sharp Shooter Murder Case : हमलावराें ने 18 साल बाद उसी स्थान पर बदला लिया

बरेली, जेएनएन। Sharp Shooter Murder Case : लगभग 18 साल पहले अंशुमान सक्सेना की जिस स्थान पर हत्या हुई। बुधवार को उसी स्थान से कुछ दूरी पर उनके भाई ने शूटर की हत्या कर बदला ले लिया। हालांकि घटना का कोई चश्मदीद पुलिस को नहीं मिला, लेकिन सीसीटीवी फुटेज में सबकुछ कैद हो गया। हत्यारोपित भागे हुए हैं। उनकी तलाश में टीमें जुटा दी गई हैं।

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शहर के मोहम्मदजई मुहल्ला निवासी अंशुमान सक्सेना की 2003 में उनके घर के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मुकदमे में नारायण कश्यप का नाम सामने आया था। उसे जब गिरफ्तार किया गया तो भाड़े पर हत्या करने की बात कही थी। इस घटना में पुलिस ने नारायण के अलावा अन्य आरोपित भी पकड़कर जेल भेजे थे। जेल से बाहर आने के बाद नारायण पर एक और मुकदमा दर्ज हुआ था,

लेकिन उसके बाद से उसका किसी और आपराधिक घटना में नाम नहीं आया था। पिछले कुछ समय से वह मोहम्मदजई निवासी भूसे के ठेकेदार के पास भैंसागाड़ी से वसूली का काम करने लगा था। बुधवार शाम भी वह वसूली करके तिराहे पर बाइक से पहुंचा तभी वहां खड़े बच्चू व उसे अपने साथी बब्बू के साथ घेरकर गोलियां चलाना शुरू कर दीं। जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई।

पल भर में पसरा सन्नाटा

जिस जगह पर घटना हुई वह मिशन स्कूल जाने वाली मुख्य सड़क से चंद कदम की दूरी पर है। वहां पर नर्सिंग होम व बाजार भी है। जिस समय यह घटना हुई वहां पर भीड़भाड़ थी। गली में भी चहल पहल थी, लेकिन गोलियां की आवाज सुनते ही सन्नाटा पसर गया। लोग घरों में दुबक गए। एसपी एस आनंद सहित अन्य पुलिस अधिकारी व फोर्स मौके पर पहुंच गया, लेकिन कोई भी कुछ बताने को तैयार नहीं हुआ। इसके बाद गली व सड़क पर स्थित दुकानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो दोनों हत्यारोपित नजर आ गए।

18 साल बाद बदले पर सवाल

अंशुमान की हत्या को 18 साल हो चुके थे। काफी समय से नारायण इसी मुहल्ले में आता जाता था। कई बार आमना सामने भी हुआ, लेकिन दोनों के बीच कभी कोई बात नहीं हुई। बुधवार को अचानक ऐसा क्या हुआ कि बच्चू ने अपने साथी के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी इसकी पुलिस जांच कर रही है। मंगलवार को नारायण पक्ष के एक व्यक्ति घर कुर्की की कार्रवाई भी हुई थी।

जेब में मिले तीन कारतूस

पुलिस का कहना है कि नारायण कश्यप पर हत्या के अलावा भी एक मुकदमा दर्ज था। जिसकी जानकारी जुटाई जा रही है। वारदात के बाद तलाशी ली गई तो उसकी जेब से तीन कारतूस मिले। जिससे यह माना जा रहा है कि उसके पास भी असलहा रहा होगा। जिसे हत्यारोपित उठा ले गए होंगे। मौके पर दो खोखे भी मिले हैं।

एडीजी व आइजी ने ली जानकारी

हत्या की इस घटना से पुलिस महकमे में खलबली मच गई। एडीजी बरेली जोन अविनाश चंद्र व आइजी रमित शर्मा ने एसपी एस आनंद से घटना की जानकारी ली। कुछ ही देर में हत्यारोपितों की शिनाख्त के साथ ही घटना की असल वजह तक पहुंचने के लिए उन्हें बधाई भी दी।

पांच टीमें जुटाई गईं

हत्यारोपितों को पकड़ने के लिए एसपी ने पांच टीमें गठित कर दी हैं। इसके अलावा एसओजी को भी जुटाया गया है। देर रात तक एसपी एस आनंद स्वयं कोतवाली में मौजूद रहकर पल-पल का अपडेट लेते रहे।


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