शाहजहांपुर एसओजी ने पकड़े सोनीपत और मथुरा के छह शराब तस्कर, हरियाणा से बिहार शराब लेकर जा रहे थे तस्कर
Liquor Smuggling News हरियाणा से बिहार अंग्रेजी शराब लेकर जा रहे छह तस्करों को सोमवार रात एसओजी व सदर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने टैंकर से 130 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद की। जिसमे शराब की 1375 बोतल व 455 क्वार्टर बरामद हुए।
बरेली, जेएनएन। Liquor Smuggling News : हरियाणा से बिहार अंग्रेजी शराब लेकर जा रहे छह तस्करों को सोमवार रात एसओजी व सदर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने टैंकर से 130 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद की। जिसमे शराब की 1375 बोतल व 455 क्वार्टर बरामद हुए। इसके अलावा 119 फर्जी बार कोड, एक लग्जरी कार भी बरामद हुई। तस्कर हरियाणा के सोनीपत व मथुरा जिले के रहने वाले है।
एसओजी प्रभारी रोहित कुमार को सोमवार देर रात सूचना मिली कि एक टैंकर से अवैध शराब बिहार लेकर कुछ लोग जा रहे है। उन्होंने शहबाजनगर चौकी इंचार्ज अमित कुमार व अन्य पुलिसकर्मियों को लेकर सुभाषनगर व शहबाजनगर रेलवे क्रासिंग के बीच में खड़े होकर वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी। पुलिस ने एक टैंकर चालक को रुकने का इशारा किया तो उसे टैंकर दौड़ा दिया। पीछा करने पर पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
उसके आगे चल रही एक लग्जरी कार को भी पुलिस ने रोक लिया। टैंकर को खुलवाकर देखा तो उसके अवैध शराब की पेटियां भरी थी। मौके से छह तस्करों को भी गिरफ्तार कर लिया। जिन्होंने अपना नाम हरियाणा के पलवल जिले के हसनपुर थाना क्षेत्र के अजीजाबाद मुहल्ला निवासी नासिर अली, सोनीपत जिले के खरखौदा थाना क्षेत्र के रोहना गांव निवासी विनोद कुमार, इसी गांव के जसवीर, मथुरा जिले के बरसाना थाना क्षेत्र के हाथिया गांव निवासी भगवान सिंह, भरत सिंह व हरियाणा के झज्जर जिले के झज्जर थाना क्षेत्र के दुजाना गांव निवासी महेंद्र कुमार बताया।
मिलावटी है शराब
पुलिस के मुताबिक पकड़ी गई अंग्रेजी शराब मिलावटी है। किसी को शक न हो इसके लिए फर्जी बार कोड बोतल पर लगा देते थे। जिससे अच्छे दाम मिल जाते है।
हर बार नये अपनाते है तरीके
तस्कर हर बार शराब ले जाने के लिए अलग-अलग वाहनों का इस्तेमाल करते है। पांच अगस्त को सदर पुलिस व एसओजी ने एंबुलेंस से शराब लेकर जा रहे पांच तस्करों को गिरफ्तार किया था। इसी तरह चौक कोतवाली पुलिस ने भी जुलाई माह में एंबुलेंस से शराब लेकर जा रहे तस्करों को गिरफ्तार कर लिया था।
तस्कर मुख्य मार्गों के बजाय लिंक मार्गों से निकलते है। ताकि किसी को शक न हो। पुलिस को सख्त निर्देश दिए गए है कि कोई भी संदिग्ध वाहन नजर अाए उसे बिना चेक किए न जाने दिया जाए। तस्करों को जेल भेज दिया गया है। एस आनंद, एसपी