शाहजहांपुर के मेडिकल कॉलेज के आवासीय परिसर में छह माह की गर्भवती महिला ने बच्चे को दिया जन्म, परिजनों ने किया हंगामा
Shahjahanpur Medical College शाहजहांपुर के राजकीय मेडिकल कालेज की आवासीय कालोनी परिसर में छह माह की गर्भवती ने बच्चे को जन्म दे दिया। स्वजन ने महिला डाक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने जच्चा-बच्चा को वार्ड में भर्ती कराया।
बरेली, जेएनएन। Shahjahanpur Medical College : शाहजहांपुर के राजकीय मेडिकल कालेज की आवासीय कालोनी परिसर में छह माह की गर्भवती ने बच्चे को जन्म दे दिया। स्वजन ने महिला डाक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने जच्चा-बच्चा को वार्ड में भर्ती कराया। जहां फिलहाल बच्चे का वेंटीलेटर पर रखा गया है।
शहर के वर्कजई मुहल्ला निवासी हिमांशु सक्सेना की पत्नी रंजना छह माह से गर्भ से थी। दो सितंबर को लूज मोशन होने पर रंजना को राजकीय मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। शनिवार दोपहर में स्वजन उन्हें राजकीय मेडिकल कालेज से किसी दूसरे अस्पताल में लेकर चले गए। शाम को तबीयत बिगड़ने पर स्वजन रंजना को फिर से राजकीय मेडिकल कालेज लेकर पहुंचे। जहां वह अस्पताल की आवासीय कालोनी में तीसरी मंजिल पर रहीं एक महिला डाक्टर से पत्नी का इलाज करने को कहा। रंजना की तबीयत बिगड़ती देख डाक्टर ने आवास में देखने से इन्कार कर दिया।
इसके बाद जैसे ही हिमांशु अपनी पत्नी को डाक्टर के आवास से नीचे कालोनी परिसर में लेकर आए प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। कुछ ही देर में रंजना ने बेटे को जन्म दिया। डाक्टर ने वहां आकर महिला व बच्चे को जल्द अस्पताल ले जाने के लिए कहा। जिस पर स्वजन ने हंगामा करना शुरू कर दिया। अस्पताल चौकी से जब पुलिस मौके पर पहुंची तो रंजना व बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया। बच्चे को वेंटिलेटर पर रखा गया है।
महिला डाक्टर ने अपने आवास पर देखने के लिए बुलाया था। लेकिन तबीयत बिगड़ने पर उन्होंने देखने के बजाय अभद्रता करना शुरू कर दी। जिस वजह से खुद अस्पताल से स्ट्रेचर लाकर पत्नी व बच्चे को भर्ती कराया। हिमांशु सक्सेना, महिला के पति
प्रसव अस्पताल परिसर से बाहर हुआ है। स्वजन जब महिला व बच्चे को अस्पताल लेकर पहुंचे तो तत्काल उपचार शुरू करा दिया गया। बच्चे की हालत गंभीर होने पर वेंटिलेटर पर रखा गया है। बाहर क्या हुआ इसके बारे में कुछ नहीं कह सकता। डा. अशोक रस्तोगी, सीएमएस महिला अस्पताल