बरेली में सात हजार बच्चों ने निजी स्कूल छोड़ बेसिक स्कूलों में लिया दाखिला, जानिए वजह
Admission in Basic School Bareilly कोरोना संक्रमण से बचाव को लगे लाकडाउन में कई लोगों का आर्थिक बजट बिगड़ गया। निजी स्कूलों की फीस कम न होने और परिषदीय विद्यालयों की बेहतर शिक्षा व्यवस्था को देख कई अभिभावकों ने निजी स्कूलों से किनारा कर लिया है।
बरेली, जेएनएन। Admission in Basic School Bareilly : कोरोना संक्रमण से बचाव को लगे लाकडाउन में कई लोगों का आर्थिक बजट बिगड़ गया। निजी स्कूलों की फीस कम न होने और परिषदीय विद्यालयों की बेहतर शिक्षा व्यवस्था को देख कई अभिभावकों ने निजी स्कूलों से किनारा कर परिषदीय स्कूलों की ओर रुखा किया। करीब सात हजार छात्र-छात्राओं ने इस वर्ष परिषदीय स्कूलों में प्रवेश लिया है।
जिले के परिषदीय स्कूलाें में पढ़ने वाले छात्रों की संख्या 3,54,872 है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक इस वर्ष 12,927 छात्रों के पंजीकरण के बाद यह संख्या हुई है। इसमें से करीब सात हजार के लगभग वे विद्यार्थी हैं जो पहले निजी स्कूलों में पढ़ रहे थे। लेकिन, कोराेना काल में जब अभिभावक प्राइवेट स्कूलों का खर्च नहीं उठा सके तो उन्होंने बेसिक स्कूलों में अपने बच्चों का दाखिला कराया। इसमें सबसे अधिक प्रवेश ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में हुए।
12,927 विद्यार्थियों की संख्या बढ़ी इस साल परिषदीय विद्यालयों में
2,482 परिषदीय विद्यालय हैं जिले में
1,689 हैं जिले में प्राथमिक विद्यालय
424 उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं जिले में
364 कंपोजिट विद्यालयों में पढ़ रहे जिले में
साल दर साल ये रही विद्यार्थियों की संख्या
वर्ष - पंजीकृत विद्यार्थी
2018 - 3,23,838
2019 - 3,31,981
2020 - 3,41,945
2021 - 3,54,872
पिछले तीन सालों में इस तरह बढ़ी विद्यार्थियों की संख्या :
परिषदीय स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या लगातार बढ़ी है। वर्ष 2018 के मुकाबले 2019 में 8,143 छात्र बढ़े। वहीं 2019 की तुलना में वर्ष 2020 में 9,964 छात्र-छात्राएं परिषदीय स्कूलों में बढ़े। यही नहीं, अगले साल 2021 में भी पहले के मुकाबले 12,927 छात्रों की संख्या बढ़ी।
वर्तमान में छात्रों की संख्या पर एक नजर
परिषदीय विद्यालयों में कुल छात्रों की संख्या- 3,54,872
प्राथमिक विद्यालय- 2,69,317
उच्च प्राथमिक विद्यालय- 85,555
कोरोना काल के बाद परिषदीय विद्यालयों में छात्रों की संख्या बढ़ी है। इसमें अधिकतर विद्यार्थी वे हैं जो पहले निजी स्कूल में पढ़ रहे थे। परिषदीय स्कूलों की ओर रुख करने का एक कारण समय-समय पर स्कूलों में शिक्षा गुणवत्ता का बेहतर और कायाकल्प होना है। - विनय कुमार, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी