बदायूं में आजीविका मिशन में लाखों का स्कूल ड्र्रेस सिलाई घोटाला, यूनिफार्म सिलवाने के बाद भुगतान किए बिना गायब हुआ ब्लाक कोआर्डिनेटर
National Rural Livelihood Mission School Dress Sewing Scam महिलाओं की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए संचालित राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में लाखों के घोटाले का मामला सामने आया है। समूह की महिलाओं से बच्चों की यूनिफार्म सिलवाने के बाद ब्लाक कोआर्डिनेटर सिलाई के रुपये दिए बिना गायब हो गया।
बदायूं, जेएनएन। National Rural Livelihood Mission School Dress Sewing Scam : महिलाओं की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए संचालित राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में लाखों के घोटाले का मामला सामने आया है। समूह की महिलाओं से स्कूली बच्चों की यूनिफार्म सिलवाने के बाद ब्लाक कोआर्डिनेटर ने सिलाई के रुपये नहीं दिए और गायब हो गया। सिलाई के रुपये को लेकर महिलाएं ब्लाक मुख्यालय के चक्कर काट रही हैं। जिला प्रबंधक ने आरोपित के खिलाफ मिशन निदेशक को भी लिखा है।
ब्लाक सलारपुर मुख्यालय पर शिक्षा विभाग के माध्यम से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के समूह में कार्यरत गांव अर्सिस, बर्खिन, काजीपुर, भटौली, यूसूफनगर, अंबियापुर की समूह की महिलाओं ने पिछली साल स्कूली बच्चों की यूनिफार्म की सिलाई की थी। ब्लाक मैनेजर दयाशंकर के माध्यम से शिक्षा विभाग को सिलाई कर यूनिफॉर्म भेजी गई थी। महिलाओं ने बताया कि शिक्षा विभाग से ब्लॉक मैनेजर के माध्यम से महिलाओं को यूनिफार्म का निर्धारित मूल्य 150 था, लेकिन ब्लाक प्रबंधक ने मात्र 100 के हिसाब से महिलाओं से तय किया था।
उसके बावजूद पैसा एकत्र होने के बाद वह महिलाओं को पैसा न देकर फरार हो गया। इस घोटाले को मिशन के अधिकारियों ने दबा दिया। कई महीने तक ब्लाक मैनेजर टालमटोल करता रहा फिर जब उसका फोन बंद हो गया तब पता लगा कि अब वह वापस नहीं आएगा। समूह की महलाएं अपनी मेहनत की कमाई के रुपये के लिए आज भी ब्लाक के चक्कर काट रही हैं, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लग रही है। इस मामले में कई और अधिकारियों की संलिप्तता उजागर हो सकती है।
समूह के महलाओं से यूनिफार्म की सिलाई करवाने के बाद पारिश्रमिक का भुगतान न करने का मामला संज्ञान में आया है, लेकिन अभी कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। आरोपित ब्लाक मैनेजर ब्लाक सालारपुर पर कार्यरत था। यूनिफार्म सिलाई के काफी रुपये लेकर फरार हो गया है। इसकी शिकायत मिशन निदेशक लखनऊ को पत्र भेजकर कई बार की गई है उसकी सेवा समाप्ति के लिए भी कई बार लिखा जा चुका है, लेकिन आज तक वापस नहीं आया है। वह अनुपस्थित ही चल रहा है, उसे वेतन भी नहीं दिया जा रहा है। - अवैस सिद्दीकी, जिला प्रबंधक एनआरएलएम