सेटेलाइट और आइवीआरआइ पुल पर अक्टूबर से दौड़ने लगेंगे वाहन
शहर में निर्माणाधीन सेटेलाइट और आइवीआरआइ ओवरब्रिज पर अक्टूबर से वाहन दौड़ने लगेंगे। तमाम बाधाओं के बावजूद सेटेलाइट पुल का निर्माण तय समय से पहले पूरा हो जाएगा।
बरेली,जेएनएन : शहर में निर्माणाधीन सेटेलाइट और आइवीआरआइ ओवरब्रिज पर अक्टूबर से वाहन दौड़ने लगेंगे। तमाम बाधाओं के बावजूद सेटेलाइट पुल का निर्माण तय समय से पहले पूरा हो जाएगा। पुलों के निर्माण से शहर में ट्रैफिक की बड़ी समस्या से लोगों को निजात मिलेगी और लोगों का सफर सुकून भरा साबित होगा।
पेड़ों का हुआ कटान, लॉकडाउन का नहीं हुआ असर
बरेली-लखनऊ मार्ग पर स्थित सेटेलाइट तिराहे पर पुल के निर्माण में शुरू से ही तमाम बाधाएं आई, लेकिन पुल निर्माण तेजी से चलता गया। काम शुरू होते ही वहां वन विभाग की भूमि होने के कारण काम को रोकना पड़ा। उसके कुछ दिन बाद ही परिवहन निगम वालों ने वर्कशॉप के सामने पुल के डिजाइन को बदलने की मांग अधिकारियों से कर दी। उन्होंने वर्कशॉप का मार्ग अवरुद्ध होने का आरोप लगाया। इसके बाद पुल का डिजाइन बदलते हुए पीलीभीत रोड को भी एक ब्रांच पुल जोड़ने का निर्णय हुआ। निर्माणाधीन पुल के ऊपर हाईटेंशन व लो टेंशन लाइनें हटाने की मांग कई गई। रिवाइज एस्टीमेट बनकर भेजा गया। वहां करीब 30 पेड़ काटने के लिए वन विभाग की अनुमति का मामला फंसा। बीते दिनों अनुमति मिलने के बाद पेड़ कट गए। करीब चार माह पहले लॉकडाउन हुआ। दो महीने पहले काम शुरू किया गया। यूं आईं दिक्कतें
- दिसंबर 2018 : वन संरक्षण क्षेत्र की भूमि होने पर काम रुका
- मार्च 2019 : परिवहन निगम ने अंडरपास की मांग कर की
- सितंबर 2019 : पीलीभीत की ओर ब्रांच पुल बनाने का निर्णय
- मार्च 2020 : लॉकडाउन ओवरब्रिज एक नजर में
मंजूरी - अक्टूबर 2018
निर्माण शुरू - दिसंबर 2018
प्रारंभिक लागत - 26.78 करोड़
लंबाई - 670 मीटर
रिवाइज एस्टीमेट (हाईटेंशन) - 31.78 करोड़
वन विभाग से एनओसी - नवंबर 2019
कार्य पूर्ण - 82 फीसद
निर्माण पूरा करने का समय - मार्च 2021 पुल को जोड़ने का चल रहा काम
आइवीआरआइ रेलवे क्रासिंग पर बन रहे पुल के दो भागों को जोड़ने का काम रेलवे करवा रहा है। बीते दिनों रेलवे ने वहां नैनीताल रोड व कुदेशिया फाटक की ओर के पिलरों पर कंक्रीट के गर्डर रखवाए थे। गर्डर के ऊपर अब पुल बनाने का काम चल रहा है। रेलवे के अधिकारियों ने अक्टूबर तक पुल का निर्माण पूरा करने की बात कही है। हालांकि रेलवे के बाद सेतु निगम का भी हफ्ते भर का काम बचा है। इस पुल के निर्माण में भी एक बार एस्टीमेट रिवाइज हुआ, जिसमें अंडरपास को शामिल किया गया। रेलवे के अधिकारी अक्टूबर तक काम पूरा करने का दावा कर रहे हैं। पुल एक नजर
मंजूरी : मार्च 2016
काम शुरू : अप्रैल 2016
लागत : 38 करोड़
रिवाइज एस्टीमेट : जुलाई 2018
रिवाइज लागत : 63 करोड़
अंडरपास बना : नवंबर 2019
काम पूरा करने का समय : दिसंबर 2020
कार्य प्रगति : 96 फीसद