बरेली के सार्थक और शिप्रा यूपीपीसीएस परीक्षा में मारी बाजी, सार्थक पहले भी कर चुके ही पीसीएस की परीक्षा क्रैक
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने पीसीएस 2019 का फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिया। इससे पहले 24 दिसंबर को हुई लिखित परीक्षा में प्रदेश से 811 अभ्यर्थी सफल हुए थे। हालांकि इंटरव्यू में 808 अभ्यर्थी शामिल हुए थे।
बरेली, जेएनएन। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने पीसीएस 2019 का फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिया। इससे पहले 24 दिसंबर को हुई लिखित परीक्षा में प्रदेश से 811 अभ्यर्थी सफल हुए थे। हालांकि इंटरव्यू में 808 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। 28 जनवरी से चार फरवरी तक चले इंटरव्यू में कुल 434 अभ्यर्थी सफल हुए, इनमें बरेली के भी दो होनहारों का नाम सामने आया है।
छह महीने में दूसरी बार नाम किया सार्थक
डीडीपुरम निवासी सार्थक चावला ने यूपीपीसीएस परीक्षा में 110वीं रैैंक हासिल की। मजिस्ट्रेट सेवा में उनका चयन हुआ है। सार्थक इससे पहले सितंबर 2020 में पीसीएस परीक्षा पास कर बतौर आबकारी अधिकारी सेवा हासिल कर चुके हैैं। सार्थक के पिता राजेंद्र कुमार चावला कपड़ा व्यवसायी हैैं। सार्थक बताते हैैं कि प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए काफी ऑनलाइन पढ़ाई की, इससे काफी सीखने को मिला। आइजी राजेश पांडेय प्रेरणास्रोत रहे हैैं। उनके वीडियो देखे। श्रेष्ठ कोचिंग के संचालक डॉ.केबी त्रिपाठी ने परीक्षा के लिए काफी तैयारी कराई। माता-पिता के सहयोग से सफलता हासिल की।
असिस्टेंट लेबर कमिश्नर सेवा में पाई पहली रैैंक
यूपीपीसीएस परीक्षा में असिस्टेंट लेबर कमिश्नर सेवा में पहली रैैंक शिप्रा चतुर्वेदी ने हासिल की है। शिप्रा परिवार समेत चार महीने पहले तक बरेली के ग्रीन पार्क में रहती थीं। अब वह ग्रेटर नोएडा में परिवार समेत शिफ्ट हो चुकी हैैं। उन्होंने तीसरे प्रयास में सफलता हासिल की। इससे पहले दो बार पीसीएस-मेन्स क्वालिफाई किया था। हालांकि इंटरव्यू में रह गईं। शिप्रा बताती हैैं कि इंटरव्यू में हुईं गलतियों से सीख ली। इसके लिए श्रेष्ठ कोचिंग के संचालक डॉ.केबी त्रिपाठी ने काफी तैयारी कराई। शिप्रा के परिवार में उनके भाई अभिषेक कुमार चतुर्वेदी डिप्टी कमिश्नर जीएसटी, बहन शालिनी चतुर्वेदी सप्लाई इंस्पेक्टर और सुप्रिया चतुर्वेदी नायब तहसीलदार हैैं।