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RR International School : बरेली का ये स्कूल फर्जी तरीके से कराता था छात्रों का दाखिला, अब दर्ज होगी एफआइआर

RR International School कक्षा आठवीं की मान्यता पर फर्जी तरीके से स्कूल में बारहवीं तक की पढ़ाई कराने की शिकायत मिलने के बाद जब पिछले माह विभाग की ओर से जांच बैठी तो हर साक्ष्य आरआर इंटरनेशनल स्कूल काले कारनामों को सामने लाता रहा।

By Ravi MishraEdited By: Published: Thu, 02 Dec 2021 03:23 PM (IST)Updated: Thu, 02 Dec 2021 03:23 PM (IST)
RR International School : बरेली का ये स्कूल फर्जी तरीके से कराता था छात्रों का दाखिला, अब दर्ज होगी एफआइआर
RR International School : बरेली का ये स्कूल फर्जी तरीके से कराता था छात्रों का दाखिला

बरेली, जेएनएन। RR International School : कक्षा आठवीं की मान्यता पर फर्जी तरीके से स्कूल में बारहवीं तक की पढ़ाई कराने की शिकायत मिलने के बाद जब पिछले माह विभाग की ओर से जांच बैठी तो हर साक्ष्य आरआर इंटरनेशनल स्कूल काले कारनामों को सामने लाता रहा। छात्रों से मोटी रकम लेकर उनका दाखिला और पास कराने के साथ ही मानक के अनुरूप कक्षाएं संचालित न कराने के साक्ष्य सामने आए। हाल ही में जांच अधिकारी की ओर से डीआइओएस को रिपोर्ट सौंप दी गई। इस पर उन्होंने स्कूल को तत्काल प्रभाव से बंद कराने के साथ ही एफआइआर कराने के आदेश दिए हैं।

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दरअसल, आरआर इंटरनेशनल स्कूल के ही पूर्व छात्र ने कुछ महीने पहले डीआइओएस कार्यालय पहुंच स्कूल संचालक के खिलाफ मोटी रकम लेकर प्रवेश कराने की शिकायत की गई थी। मामले की पुष्टि के लिए राजकीय हाईस्कूल इनायतपुर की प्रधानाध्यापिका कुसुम लता को जांच सौंपी गई। जांच शुरू हुई तो एक के बाद एक नए साक्ष्य सामने आए। जिन्होंने स्कूल संचालक को दोषी ठहराया। जांच अधिकारी द्वारा स्कूल पहुंचने पर गांव के कुछ और विद्यार्थी भी वहां आ गए और बताया कि स्कूल संचालक विरेंद्र कुमार शर्मा ने अपने स्कूल में पैसे लेकर दाखिला कराया और बोर्ड परीक्षा अन्य स्कूल में कराई।

जांच के दौरान गवाहों को धमकाता रहा स्कूल संचालक

नामित जांच अधिकारी कुसुम लता के अनुसार जांच के दौरान स्कूल संचालक गवाहों को धमकाने का प्रयास करता रहा। जिस कारण जांच होने में भी कुछ देरी हुई। कई बार स्कूल संचालक अपने प्रयासों में सफल भी रहा है। लेकिन, जितने साक्ष्य जुटाए गए वे स्कूल संचालक के कारनामों का आइना दिखाने के लिए पर्याप्त थे।

इंटरनेट मीडिया और कैलेंडर छपवाकर होता था स्कूल का प्रचार-प्रसार

स्कूल की मान्यता भले ही आठवीं तक की हो लेकिन, दौलत के नशे में चूर स्कूल संचालक अपनी फेसबुक और कैलेंडर पर बारहवीं तक मान्यता प्राप्त का लोगो लगाकर स्कूल का प्रचार प्रसार करता रहा। यही नहीं जांच अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान स्कूल संचालक की बहन ने गवाहों को धमकी देते हुए कहा था कि अगर उन्होंने आवाज नहीं दबाई तो वह उनके इलाके को छावनी बनवा देंगी।

जांच रिपोर्ट मिलने के बाद स्कूल को तत्काल प्रभाव से बंद कराने और एफआइआर कराने के जांच अधिकारी को आदेश दे दिए हैं। डा. मुकेश कुमार सिंह, डीआइओएस

एफआइआर कराने के आदेश मिल गए हैं। डीआइओएस की ओर से प्राप्त हुए पत्र के अनुसार इसी सप्ताह एफआइआर कराई जाएगी।


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