रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने परीक्षा सुधार 2021 के आवेदन के लिए छात्रों को दिया मौका, जानिए कब तक कर सकेंगे आवेदन
कई छात्र अभी फार्म नहीं भरे गए हैं। छात्रहित को ध्यान में रखते हुए विलंब शुल्क एक हजार रुपये के साथ छात्र 15 दिसंबर से आनलाइन फार्म भर सकेंगे। फीस जमा करने की अंतिम तारीख 17 दिसंबर रखी गई है।
बरेली, जेएनएन। रुविवि की मुख्य परीक्षा वर्ष 2021 की परीक्षा सुधार एवं विवि परीक्षा 2020 व पूर्व वर्षों के स्नातक स्तर खेलकूद व शारीरिक शिक्षा तथा पर्यावरण विज्ञान विषय में अनुत्तीर्ण छात्र परीक्षा सुधार परीक्षा एवं व्यावसायिक पाठ्यक्रम की परीक्षा वार्षिकी के परीक्षा सुधार परीक्षा-2021 का आवेदन पत्र परीक्षा फार्म भरे जाने की अंतिम तारीख तीन दिसंबर थी। परीक्षा नियंत्रक अशोक कुमार अरविंद ने बताया कि कई छात्र अभी फार्म नहीं भरे गए हैं। छात्रहित को ध्यान में रखते हुए विलंब शुल्क एक हजार रुपये के साथ छात्र 15 दिसंबर से आनलाइन फार्म भर सकेंगे। फीस जमा करने की अंतिम तारीख 17 दिसंबर रखी गई है। जबकि अभ्यर्थियों द्वारा विभाग में परीक्षा आवेदन पत्र जमा करने व संबंधित विभाग द्वारा आनलाइन परीक्षा फार्म सत्यापित करने की अंतिम तारीख 18 दिसंबर है।
काली पट्टी बांध आज शिक्षक करेंगे विरोध प्रदर्शन
रूटा कार्यकारिणी की एक आम बैठक मंगलवार शाम छह बजे आनलाइन बैठक हुई। जिसमें प्रोफेसर पद नाम की कट आफ डेट पीएचडी धारकों को पांच इंक्रीमेंट एवं अन्य मांगों पर रूटा कार्यकारिणी द्वारा आंदोलन करने का निर्णय लिया गया। जिसके क्रम में बुधवार को सभी शिक्षक काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करेंगे और आगे की रूपरेखा भी बुधवार को तय की जाएगी।
समस्याओं का सछास ने परीक्षा नियंत्रक को दिया ज्ञापन
रुविवि में मंगलवार को समाजवादी छात्र सभा का संवाद कार्यक्रम आयोजित कियागया। जिसमें छात्र-छात्राओं ने अलग-अलग अपनी समस्या बताई। जिसके बाद कुछ छात्र-छात्राओं ने उर्दू आलिम का परिणाम देरी से आने के कारण छात्र प्रवेश लेने से रह गए। सछास के महानगर अध्यक्ष अजय पटेल ने अपने साथियों के साथ परीक्षा नियंत्रक अशोक कुमार अरविंद के पास पहुंचे और समस्याओं का ज्ञापन दिया। ज्ञापन के माध्यम से परीक्षा नियंत्रक से वेबसाइट खोलकर जल्द से जल्द समस्या का निवारण कराने को कहा गया।
बताया गया कि परीक्षा सुधार की वेबसाइट बंद होने के कारण स्नातक और परास्नातक के कुछ परीक्षा परिणाम लेट आने के कारण छात्र परीक्षा सुधार फार्म नहीं भर पाए। सभी समस्याओं का जल्द से जल्द निवारण के लिए आग्रह किया गया। साथ ही समस्याओं का निवारण न होने पर आंदोलन करने के लिए बाध्य होने की बात कही गई। ज्ञापन देने वालों में अजमल अंसारी, अर्जुन सिंह गंगवार, अयान रजा, चौधरी सुमित यादव, अभिषेक गंगवार, अंकित गंगवार, सुमित कुमार, विकास, इरफान आदि रहे।
नकल करने वाले परिक्षार्थियों पर की गई कार्रवाई
रुविवि की मुख्य परीक्षा-2021 में अनुचित साधन (नकल) प्रयोग में पंजीकृत परीक्षार्थियों के प्रकरणों पर कठोर कार्रवाई का निर्णय लिया। अनुचित साधन प्रयोग के नियमों, उपलब्ध साक्ष्यों एवं विशेषज्ञों की आख्या के बाद कुलपति प्रो. केपी सिंह द्वारा गठित अनुचित साधन निस्तारण समिति द्वारा कार्रवाई की गई। समिति ने 12 परीक्षार्थियों की सत्र 2021 की संपूर्ण परीक्षा निरस्त करने का निर्णय लिया गया। चार परीक्षार्थियों को अर्थ दंड के रूप में पांच सौ रुपये का भुगतान करने के बाद परीक्षा फल घोषित करने का निर्णय लिया गया। वहीं चार परीक्षार्थियों को चेतावनी देते हुए परीक्षाफल घोषित किए जाने का निर्णय लिया गया।
10 दिवसीय वैल्यू एडेड शार्ट टर्म कोर्स के पहले दिन छात्रों को दी तमाम जानकारियां
रुविवि बरेली के कंप्यूटर साइंस एंड इंफार्मेशन टेक्नोलाजी विभाग द्वारा आइटी फार संस्टेनेबल डेवलपमेंट आफ सोसाइटी के 10 दिवसीय वैल्यू एडेड शार्ट टर्म कोर्स के पहले दिन कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन व सरस्वती वंदना के साथ हुआ।कार्यक्रम के समय में डा. अख्तर हुसैन ने सभी अतिथियों का अभिवादन किया और कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी। बताया कि इस कोर्स में कुल 20 अलग-अलग विषयों के विद्वानों ने व्याख्यान दिया। विभागाध्यक्ष प्रो. एसएस बेदी ने अपने व्याख्यान का प्रारंभ कार्यशाला की उपयोगिता के बारे में बताते हुए किया। उन्होंने बताया कि विभाग में नवीन उपकरणों से युक्त नवीन प्रयोगशाला छात्रों के प्रयोगात्मक एवं शोध कार्यो के लिए उपलब्ध है।
कार्यशाला के प्रथम सत्र में मुख्य अतिथि प्रो. संजय मिश्रा संकाय अध्यक्ष मैनेजमेंट एवम कोआर्डिनेटर ने मैनेजमेंट व उसकी उपयोगिता के बारे में विस्तृत जानकारी दी। छात्रों को जीवन में सदैव खुला दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने छात्रों से संवाद करते हुए प्रयोगात्मक एक्टिविटी भी करवाई। कार्यशाला के द्वितीय सत्र में डा. इरम नईम ने डेटा साइंस एवं उसकी उपयोगिता के बारे में विस्तृत व्याख्यान दिया। डा. अनिल कुमार बिष्ट, प्रो. रविंद्र सिंह, डा. बृजेश कुमार, तनुज सक्सेना, ऋतुराज दीक्षित, पुष्पेंद्र सिंह, सुशील गंगवार, विनय मौर्य आदि रहे।