Rohilkhand University : कैश काउंटर बंद, बैरंग लौटे अभ्यर्थी
महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय सोमवार को जैसे ही खुला डिग्री और माइग्रेशन सर्टिफिकेट के लिए आवेदन करने वालों की लाइन लग गई।
बरेली, जेएनएन। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय सोमवार को जैसे ही खुला, डिग्री और माइग्रेशन सर्टिफिकेट के लिए आवेदन करने वालों की लाइन लग गई। लेकिन कैश काउंटर न खुलने की वजह से उन्हें निराश होना पड़ा। काफी देर तक इंतजार करने के बाद जब काउंटर नहीं खुला तो बड़ी संख्या में छात्र एवं उनके अभिभावक प्रशासनिक भवन के गेट पर पहुंच गए और नाराजगी जताई। हालांकि काफी देर तक इंतजार करने के बाद भी कोई भी अधिकारी उनसे मिलने बाहर नहीं आया, लिहाजा उन्हें बैरंग लौटना पड़ गया।
कोरोना संक्रमित कर्मचारी निकलने की वजह से बीते 15 जुलाई को विश्वविद्यालय तीन दिन के लिए बंद कर दिया गया था। उसके कुछ दिन बाद बड़ी संख्या में और कर्मचारी व शिक्षकों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई, जिसके बाद 24 जुलाई तक विश्वविद्यालय बंद रहा। उसके बाद शनिवार और रविवार को लॉकडाउन के बाद सोमवार को विश्वविद्यालय खुला। डिग्री और माइग्रेशन सर्टिफिकेट के लिए सबसे पहले कैश काउंटर पर शुल्क जमा करना होता है। छात्र व अभिभभावक कैश काउंटर खुलने का इंतजार करते रहे। दोपहर एक बजे तक काउंटर नहीं खुला तो वे नाराज हो गए।
नहीं दी सूचना : डिग्री और माइग्रेशन सर्टिफिकेट लेने आए लोगों का कहना था कि अगर काउंटर नहीं खोलना था तो इसकी सूचना वेबसाइट पर डाल देते। अब जब हम लोग इतनी दूर से आए तो पता चला कि काउंटर नहीं खुलेगा। गेट पर भीड़ देख गार्ड ने सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी को सूचना दी। उन्होंने परीक्षा नियंत्रक को बताया। लेकिन अभ्यर्थियों ने मिलने अधिकारी नहीं आए। इंतजार करने के बाद अभ्यर्थी वापस लौट गए।
कोरोना संक्रमित होने की वजह से कई कर्मचारी छुट्टी पर हैं। इसलिए कैश काउंटर नहीं खुला था। अभ्यर्थी डिग्री व माइग्रेशन के लिए आए थे, उनकी समस्या दूर कर दी गई। संजीव कुमार सिंह, परीक्षा नियंत्रक, रुहेलखंड विवि