बरेली में डीएसओ के घर रिश्वत देने पहुंचा कोटेदार, गिरफ्तार
पीरबहोड़ा पूर्वी क्षेत्र का कोटेदार शुक्रवार देर रात नशे में धुत होकर जिला पूर्ति अधिकारी (डीएसओ) को रिश्वत देने उनके आवास पर पहुंचा। जहां डीएसओ ने कोतवाली पुलिस को बुला गिरफ्तार करा दिया।
जागरण संवाददाता, बरेली: पीरबहोड़ा पूर्वी क्षेत्र का कोटेदार शुक्रवार देर रात नशे में धुत होकर जिला पूर्ति अधिकारी (डीएसओ) को रिश्वत देने उनके आवास पर पहुंचा। जहां डीएसओ ने कोतवाली पुलिस को बुला गिरफ्तार करा दिया।
आपूर्ति विभाग के मुताबिक तीन दिनों से कोहड़ापीर के कोटेदार दिलीप गुप्ता के खिलाफ कार्डधारक शिकायत कर रहे थे। सभी का आरोप था कि तेल, नमक और चना कोटेदार नहीं बांट रहा है। कह दिया जाता है कि अभी उनको यह सामान मिला ही नहीं है। शिकायत पर एआरओ रुचि सिंह और पूर्ति निरीक्षक राजीव श्रीवास्तव ने डीएसओ के निर्देश पर गुरुवार को दिलीप की दुकान पर छापा मार। खाद्यान्न रिकार्ड चेक किया। दिलीप के पास 970 कार्ड हैं। राशन की सामग्री कम मिली। जिसके बाद कोटेदार के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने व दुकान निलंबन के लिए पत्रावली तैयार कर अनुमोदन के लिए जिलाधिकारी के लिए भेजी गई।
इस जानकारी के बाद कोटेदार दिलीप गुप्ता अपने साथी के साथ देर शाम जिला पूर्ति अधिकारी के आवास नशे में धुत होकर पहुंचा। वह घर के बाहर ही डीएसओ को रुपयों से भरा पीला लिफाफा आगे बढ़ाकर मामला निपटारे को कहने लगा। जिसे देख उन्होंने तुरंत कोतवाली प्रभारी निरीक्षक को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने कोटेदार को मय लिफाफे के गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पुलिस को आरोपित कोटेदार ने बताया कि डीएसओ को 45 हजार रुपये मामले के निस्तारण के लिए ले गया था। डीएसओ नीरज सिंह की ओर से दी गई तहरीर के आधार पर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
क्या मिलीं गड़बड़ी
स्टाक में 25.78 क्विटल गेहूं और 20.48 क्विटल चावल कम पाया गया। रिकार्ड में तेल के 76 पैकेट, चना के 116 पैकेट और नमक के 116 पैकेट गोदाम में पाए गए। कार्ड धारकों को नमक, चना और तेल नहीं दिया जा रहा था।
-जांच के दौरान 28 कार्डधारकों ने दिलीप के खिलाफ बयान दर्ज कराए। जिसमें उन्होंने गेहूं चावल में घटतौली करने और नमक, तेल,चना न देने का आरोप लगाया। वर्जन
कोहड़ापीर के एक कोटेदार की शिकायत पर जांच में घटतौली का मामला सामने आया था। जिसके खिलाफ एफआइआर व दुकान निलंबन के लिए पत्रावली जिलाधिकारी को भेजी गई थी। वहीं देर शाम वह अपने एक साथी के साथ नशे में धुत होकर रिश्वत देने के लिए आवास पहुंच गया। जिसे पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
- नीरज सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी