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दाल के रेट थोक मंडी में तो घटे पर फुटकर दुकानों में नहीं, तेल और चीनी के रेट भी कम हुए

मलेशिया इंडोनेशिया से पॉम आयल के आयात शुल्क 17.5 फीसद काे खत्म करने के प्रस्ताव को स्थगित करने के बावजूद बाजार में सरसो के तेल और रिफायंड के दामों में गिरावट आई है। थोक बाजार में गिरावट दर्ज की गई है लेकिन फुटकर दुकानों में दाम नहीं घटे हैं।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Thu, 27 May 2021 12:46 PM (IST)Updated: Thu, 27 May 2021 12:46 PM (IST)
दाल के रेट थोक मंडी में तो घटे पर फुटकर दुकानों में नहीं, तेल और चीनी के रेट भी कम हुए
फुटकर दुकानदारों का कहना है कि अभी दुकान में महंगा खरीदा गया माल भरा है, इसलिए महंगा।

बरेली, जेएनएन। मलेशिया, इंडोनेशिया से पॉम आयल के आयात शुल्क 17.5 फीसद काे खत्म करने के प्रस्ताव को स्थगित करने के बावजूद बाजार में सरसो के तेल और रिफायंड के दामों में गिरावट आई है। थोक बाजार में दाल, मटर, चना के दामों में गिरावट दर्ज की गई है लेकिन फुटकर दुकानों में दाम नहीं घटे हैं। इसके पीछे फुटकर दुकानदारों का कहना है कि अभी दुकान में महंगा खरीदा गया माल भरा है, उसके खत्म होते ही दाम कम हो जाएंगे।

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माना जा रहा है कि लॉकडाउन के खुलने की उम्मीद में भी थोक बाजार थोड़ा संभला है।तेल के थोक कारोबारी गिरीश अग्रवाल के मुताबिक फुटकर बाजार में सरसों का तेल 190 से 200 प्रति लीटर बिक रहा था। अब यही कीमत 170 से 180 पर आ गई है। जबकि पिछले वर्ष सरसो का तेल 100 से 105 रुपये लीटर बिक रहा था। तेल और दालों की बढ़ती कीमतों का सीधा असर रसोई पर पड़ने लगने था। बीते पंद्रह दिनों से दाम कम होने से लोगों को राहत मिली है।

25 करोड़ का होता है दालों का कारोबार : थोक विक्रेता अवधेश अग्रवाल के मुताबिक बरेली में करीब 50 दाल मिल हैं। 40 दाल मिल संचालित है। दालें उत्तराखंड तक आपूर्ति जाती हैं। श्यामगंज व दाल मिलों को करीब 25 करोड़ का कारोबार होता है।अधिक खपत वाली दालें मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और विदेश से आती हैं। संक्रमण के चलते विदेश से आयात बंद था, जिस वजह से दाल और तेल के दाम में तेजी से उछाल आ गया। लेकिन, अब आयात खुलने से कीमतों में काफी गिरावट आई है, जिससे लोगों को राहत मिल रही है।

तेल के थोक कारोबारी गिरीश अग्रवाल ने बताया कि भारत में पाम तेल समेत 70 प्रतिशत खाने के तेल दूसरे देशों से आयात होते है। आयात शुल्क हटाने के मुद्दे को अगली बैठक के लिए स्थगित किया गया, लेकिन खाने के तेलों की महंगाई से राहत मिलने का दौर शुरू हुआ है। उप्र उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि पंद्रह दिनों के दाैरान खाद्य तेल, दालें और चीनी के थोक दामों में कमी आई है। जिस वजह से फुटकर में भी इनकी कीमत गिरी हैं। वहीं कीमतों में आई गिरावट के अनुसार ही माल को थोक और फुटकर में बेचा जा रहा है। 

भाव प्रति क्विंटल, रुपये में...सामान 15 दिन पहले अब

चना 5,900 5,500

दाल चना 6,700 6,200

चना कावली 8,600 7,400

मसूर 8,000 7,500

उड़द 8,400 8,000

दाल उड़द 9,000 8,500

मटर 6,000 5,700

दाल मटर 6,000 5,800

दाल अरहर 9,300 8,500

मूंग 9,500 8,500

दाल मूंग 9,200 8,400

राजमा 11,500 11,000


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