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राजर्षि टंडन विवि फिर कराएगा पीएचडी, ऑनलाइन आवेदन शुरू

पीएचडी में दाखिले का इंतजार करने वाले अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है। अब राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज फिर से पीएचडी दाखिले करेगा। वर्ष 2010 के बाद से यह प्रक्रिया रुकी थी। इसे फिर शुरू करते हुए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया चालू कर दी गई है।

By Samanvay PandeyEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 11:35 AM (IST)Updated: Sun, 29 Nov 2020 06:06 AM (IST)
राजर्षि टंडन विवि फिर कराएगा पीएचडी, ऑनलाइन आवेदन शुरू
वर्ष 2010 के बाद से पीएचडी दाखिले की प्रक्रिया पर लगी थी रोक

बरेली, जेएनएन। पीएचडी में दाखिले का इंतजार करने वाले अभ्यर्थियों के लिए अच्छी खबर है। अब राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज फिर से पीएचडी दाखिले करेगा। वर्ष 2010 के बाद से यह प्रक्रिया रुकी थी। इसे फिर शुरू करते हुए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया चालू कर दी गई है। अभ्यर्थी 11 विषयों में विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.uprtou.ac.in के माध्यम से फार्म भर सकते हैं। इसमें शैक्षिक अर्हता से लेकर पूरा विवरण अपलोड किया गया है। राजर्षि टंडन विश्वविद्यालय के बरेली कोआर्डिनेटर डॉ. आरबी सिंह ने बताया कि पहले विश्वविद्यालय लगातार पीएचडी दाखिले कराता था। लेकिन कुछ कारणों से मामला कोर्ट में लगा गया और प्रवेश प्रक्रिया रोक दी गई थी। 10 साल बाद बीते दिनों हुई बैठक के अब फिर से इसे शुरू कराया गया है।

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इनका रखें ध्यान

ऑनलाइन पंजीकरण और शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि : 26 दिसंबर

फार्म सब्मिट करने की अंतिम तिथि : 31 दिसंबर तक

विश्वविद्यालय की ओर से प्रवेश परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड जारी होना : 12 जनवरी

प्रवेश परीक्षा का आयोजन : 30 जनवरी

समस्या के लिए यहां करें संपर्क : 7525048025

इन विषयों में कर सकेंगे पीएचडी

एजुकेशन, पॉलिटिकल साइंस, हिस्ट्री, हिन्दी, संस्कृत, कम्प्यूटर साइंस, कॉमर्स, मैनेजमेंट, पत्रकारिता, हेल्थ साइंस, एग्रीकल्चर।

विवि कैम्पस के शिक्षक ही बनेंगे रिसर्च गाइड

कोआर्डिनेटर ने साफ कहा है कि पीएचडी शोध के लिए रिसर्च गाइड सिर्फ विश्वविद्यालय परिसर के शिक्षक ही बन  सकेंगे। इसमें कोई बदलाव नहीं होगा। गौरतलब है कि पहले की व्यवस्था में रिसर्च डायरेक्टर बाहर से एलॉट किए जाते थे। विश्वविद्यालय में सिर्फ थीसिस जमा करने के बाद डिग्री अवार्ड कर दी जाती थी। नए पीएचडी अध्यादेश में कुछ बदलाव किया गया है।


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